पेन कार्ड हमारे वित्तीय जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा है। चाहे बैंक खाता खोलना हो, लोन लेना हो, या प्रॉपर्टी खरीदनी हो, पेन कार्ड की आवश्यकता हर जगह होती है। अब सरकार ने इसे और उन्नत और सुरक्षित बनाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। मोदी कैबिनेट ने सोमवार को PAN 2.0 प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। इसके तहत पेन कार्ड का डिजिटलीकरण और सुरक्षा के लिए कई बदलाव किए जाएंगे।

क्या है PAN 2.0?

PAN 2.0 मौजूदा पेन कार्ड का उन्नत संस्करण होगा, जिसे और सुरक्षित और आधुनिक बनाया जाएगा। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के लिए सरकार 1435 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित कर रही है। नया पेन कार्ड QR कोड तकनीक से लैस होगा, जिससे डेटा की सुरक्षा और फर्जीवाड़े की संभावनाओं को कम किया जा सके। साथ ही, इसका उद्देश्य डिजिटल सिक्योरिटी को मजबूत करना है।

इस नए पेन कार्ड को जारी करने के लिए पेपरलेस यानी पूरी तरह ऑनलाइन प्रक्रिया अपनाई जाएगी। खास बात यह है कि QR कोड वाले इस नए पेन कार्ड के लिए किसी भी नागरिक को अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा।

QR कोड के फायदे और सुविधाएं

नए PAN 2.0 में QR कोड की मदद से डेटा को अधिक सुरक्षित बनाया जाएगा। QR कोड स्कैनिंग से पेन कार्ड धारक की जानकारी तुरंत और सुरक्षित रूप से प्राप्त की जा सकेगी। यह तकनीक डेटा चोरी और धोखाधड़ी को रोकने में मदद करेगी।

साथ ही, सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि PAN 2.0 को टैक्सपेयर्स के परमानेंट अकाउंट नंबर (PAN) को 'कॉमन बिजनेस आइडेंटिफायर' के रूप में उपयोग करने के लिए डिज़ाइन किया जाए। इससे सभी सरकारी एजेंसियों के बीच डेटा की तेज और सुरक्षित साझेदारी संभव होगी।

उद्देश्य और भविष्य की योजनाएं

PAN 2.0 प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य पेन कार्ड की गुणवत्ता और सेवा में सुधार करना है। इसके तहत न केवल कार्ड का डिज़ाइन बदलेगा, बल्कि इसकी प्रोसेसिंग और उपयोग में भी तेजी आएगी। यह नया पेन कार्ड सरकारी योजनाओं और वित्तीय लेनदेन को और अधिक सुरक्षित और सरल बनाएगा।

सरकार की इस पहल से डिजिटल इंडिया के लक्ष्यों को भी मजबूती मिलेगी और नागरिकों को एक सुरक्षित और प्रभावी प्रणाली का लाभ मिलेगा। QR कोड वाला यह नया पेन कार्ड आने वाले समय में सभी नागरिकों के लिए एक बड़ा बदलाव साबित होगा।

Also Read : देश में तेजी से बढ़ रहे हैं UPI Fruad, जानिए एक साल में कितने करोड़ रुपये का हुआ नुकसान