हर इंसान के जीवन में कुछ बड़े सपने होते हैं, चाहे वो अपना खुद का घर खरीदना हो, बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाना, एक शानदार गाड़ी खरीदना, या रिटायरमेंट के लिए सेविंग करना। मगर, इन सपनों को पूरा करने के लिए केवल कल्पना नहीं, बल्कि एक ठोस योजना और सही Investemt की आवश्यकता होती है। 'टारगेट बेस्ड सेविंग' आपके इन लक्ष्यों को पूरा करने में मदद कर सकती है।
गोल बेस्ड सेविंग और Investemt की अहमियत
टारगेट बेस्ड सेविंग का मतलब है कि आप अपने हर लक्ष्य के लिए अलग-अलग तरीके से प्लानिंग करें। इसमें न केवल आप समय और महंगाई का ध्यान रखते हैं, बल्कि समझदारी से अपने पैसों का निवेश भी करते हैं। इसके तहत आप म्यूचुअल फंड, गोल्ड, प्रॉपर्टी, या दूसरी निवेश योजनाओं में निवेश कर सकते हैं।
इनवेस्टमेंट के हेड विवेक जैन के अनुसार, चाहे आप घर खरीदना चाहते हों, बच्चों की पढ़ाई के लिए सेविंग करना चाहते हों या रिटायरमेंट प्लान कर रहे हों, गोल बेस्ड इनवेस्टमेंट आपको एक निश्चित योजना के साथ अपने लक्ष्यों को पाने में मदद करता है।
Investemt: सही प्लानिंग से बनाएं मजबूत वित्तीय आधार
1. लक्ष्यों की प्राथमिकता तय करें
सबसे पहले, अपने सभी वित्तीय लक्ष्यों की सूची बनाएं और उन्हें उनकी जरूरत के हिसाब से प्राथमिकता दें। इससे आपको समझ में आएगा कि कहां और कितनी राशि निवेश करनी है।
2. जरूरी रकम का अनुमान लगाएं
हर लक्ष्य को पूरा करने के लिए कितनी रकम चाहिए, इसका आकलन करें। इसके लिए आपको महंगाई और लक्ष्य को पूरा करने के समय का ध्यान रखना जरूरी है।
जोखिम के आधार पर करें Investemt
हर लक्ष्य के हिसाब से निवेश करना जरूरी है। जो लक्ष्य जल्दी पूरे करने हैं, उनके लिए कम जोखिम वाले निवेश जैसे फिक्स्ड डिपॉजिट, शॉर्ट टर्म बॉन्ड्स या लिक्विड फंड्स बेहतर विकल्प हैं।
वहीं, लंबे समय के लक्ष्यों के लिए आप अधिक जोखिम उठाकर म्यूचुअल फंड्स, शेयर या ETF जैसे विकल्पों में निवेश कर सकते हैं।
उदाहरण के लिए, यदि आप 35 साल की उम्र से रिटायरमेंट के लिए निवेश शुरू करते हैं और हर महीने 20,000 रुपये निवेश करते हैं, तो 12% के रिटर्न पर आप 25 सालों में 3.8 करोड़ रुपये तक जुटा सकते हैं।
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