Government Scheme: एक बाप अपनी बेटी के विवाह के लिए जीवन भर पैसे जोड़ता है। इसके लिए वह बहुत मेहनत भी करता है। लेकिन कई बार बेटी की विवाह सही ढंग से नहीं हो पाता है। इसी को पूरा करने के लिए सरकार द्वारा सुकन्या विवाह योजना चलाई जा रही है। जिसके तहत माता-पिता को अपनी बेटी के विवाह के समय केन्द्र सरकार द्वारा मदद की जाती है। आईये जानते है इस योजना के बारे में विस्तार से।
क्या है Government Scheme सुकन्या समृद्धि योजना
भारत सरकार द्वारा बेटियों के भविष्य को सुरक्षित और उज्ज्वल बनाने के उद्देश्य से कई योजनाएं (Government Scheme) चलाई जा रही हैं। इनमें से एक प्रमुख योजना है सुकन्या समृद्धि योजन, जिसे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के अंतर्गत शुरू किया गया है। इस योजना का उद्देश्य बेटियों को उच्च शिक्षा प्रदान करना और उनके विवाह के लिए वित्तीय सहायता जुटाना है।
योजना का उद्देश्य
इस योजना (Government Scheme) के तहत, माता-पिता या कानूनी अभिभावक अपनी बेटी के नाम से खाता खुलवाकर नियमित रूप से पैसे जमा कर सकते हैं, जिससे उनकी बेटी के भविष्य के लिए पर्याप्त राशि जमा हो सके। इस योजना में न्यूनतम ₹250 और अधिकतम ₹1.5 लाख प्रति वर्ष जमा किया जा सकता है।
500 रुपये मासिक निवेश से लाखों की बचत
अगर आप अपनी बेटी के लिए इस योजना (Government Scheme) में ₹500 प्रति महीने जमा करते हैं, तो 15 वर्षों के बाद आपके पास लगभग 2.87 लाख रुपये जमा हो जाएंगे। इसके लिए 8.2% की वर्तमान ब्याज दर लागू होती है। उदाहरण के तौर पर, 15 वर्षों में आप कुल 90,000 रुपये जमा करेंगे, और इस पर लगभग 1.97 लाख रुपये ब्याज मिलेगा, जिससे कुल राशि 2,87,000 रुपये हो जाएगी।
खाता खोलने की प्रक्रिया
सुकन्या समृद्धि योजना में खाता खुलवाने के लिए आप अपने नजदीकी डाकघर या बैंक जा सकते हैं। इसके लिए आपको कुछ दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी जैसे कि बेटी का जन्म प्रमाण पत्र, अभिभावक का पहचान पत्र, पते का प्रमाण और पैन कार्ड। आवेदन फॉर्म भरने और दस्तावेज़ जमा करने के बाद खाता खोलने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और आपको इसकी जानकारी आपके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर प्राप्त होगी।
खाता खोलने की पात्रता
इस योजना के तहत माता-पिता या कानूनी अभिभावक अपनी 10 साल से कम उम्र की बेटियों के लिए खाता खुलवा सकते हैं। एक परिवार में अधिकतम दो बेटियों का खाता खोला जा सकता है, लेकिन जुड़वा बेटियों के मामले में तीन बेटियों का खाता भी खोला जा सकता है।