Waaree Energies IPO: आज के समय में देखा जाए तो मार्केट में आईपीओ आने से पहले ही इसे लेकर लोगों के बीच एक अलग ही एक्साइटमेंट नजर आता है और आईपीओ आने के बाद इसे लेने वाले लोगों की लंबी भीड़ लग जाती है.
इस वक्त सोलर टीवी मॉडल्स बनाने वाली कंपनी वारी एनर्जीज (Waaree Energies IPO) ने जब से मार्केट में अपना आईपीओ पेश किया, उसके बाद से ही बाजार का माहौल पूरी तरह से बदला हुआ है. कंपनी ने 21 अक्टूबर को आईपीओ की शुरुआत की और 23 अक्टूबर तक निवेशक इसमें पैसा लगा सकेंगे.
सबसे हैरानी की बात तो यह है कि लगातार शेयर बाजार में चल रही गिरावट के बावजूद भी इस कंपनी के आईपीओ में पैसा लगाने के लिए लोगों के बीच एक अलग ही उमंग नजर आ रही है.
इसका आप उदाहरण इस बात से समझ सकते हैं कि जब सुबह वारी एनर्जी (Waaree Energies IPO) ने अपना आईपीओ खोला तो केवल 2 घंटे के ही अंदर यह पूरा सब्सक्राइब हो गया. शाम 5:00 बजे तक इसका नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 71.2 गुना, रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व हिस्से का 2.97 गुणा और कर्मचारियों के लिए रिजर्व हिस्से का 1.39 गुणा भर चुका है.
Waaree Energies IPO: लगाया जा रहा ये अनुमान
जिस तरह से लोगों के बीच वारी एनर्जी (Waaree Energies IPO) के आईपीओ को लेकर उत्साह नजर आ रहा है, इससे इस बात का साफ अनुमान लगाया जा सकता है कि यह दोगुनी दाम के आसपास लिस्ट हो सकता है. कंपनी के शेयर 95% के प्रीमियर के आसपास ट्रेंड कर रहे हैं, जिसके शेयरों की लिस्टिंग 2950 रुपए के आसपास रह सकती है.
अगर आपने भी इसमें पैसा लगाया है तो बिल्कुल निश्चिंत रहे क्योंकि आपको दमदार प्रॉफिट होने वाला है और 24 अक्टूबर को इसके शेयरों का अलॉटमेंट हो सकता है जिसके बाद 28 अक्टूबर को यह शेयर मार्केट में लिस्ट होगा.
कंपनी की अगर आईपीओ के इशू साइज की बात करें तो यह 4321.44 करोड रुपए है और कंपनी इस आईपीओ के जरिए 2.4 करोड़ का शेयर बेचेगा जिसकी कीमत 3600 करोड रुपए है, यानी कि ऑफर फोर सेल के जरिए 721.44 करोड़ के 48 लाख शेयर कस्टमर को बेचे जाएंगे.
करना होगा इतना निवेश
अगर वारी एनर्जी (Waaree Energies IPO) का एक लाँट खरीदना चाहते हैं तो इसके लिए आपको 13527 रुपए का निवेश करना होगा. इसके अलावा कंपनी ने जो मेनबोर्ड आईपीओ पेश किया है, उसके तहत निवेशकों को 9 शेयरों की एक लाँट खरीदनी होगी, जहां एक शेयर की कीमत 1427 रुपए से लेकर 1503 बताई गई है.
साल 2000 में इस कंपनी की शुरुआत हुई थी जो सोलर फोटोवोल्टिक मॉड्यूल बनाती है और आज यह देश के दिग्गज सोलर कंपनियों में से एक बन चुकी है. इस कंपनी ने 2023 के आंकड़ों के अनुसार 12 गीगावाट की क्षमता पेश की है, जिसका सबसे ज्यादा फोकस फोटोवोल्टिक मॉड्यूल की मैन्युफैक्चरिंग पर है और यह भविष्य के लिए भी कोई प्रोजेक्ट पर काम कर रही है.
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