जैसा की हम सभी जानते है की UPI Payment हमारी ज़िन्दगी का एक ऐसा अहम हिस्सा बन चुका है, जिससे हम किसी भी तरीके से अलग नहीं हो सकते है। यूपीआई आने बाद से डिजिटल लेन-देन करना बहुत ज्यादा आसान हो गया है। आज के समय में लगभग सभी लोग यूपीआई ट्रांसक्शन (UPI Payment) के सहारे करोड़ो रुपए का लेन-देन कर रहे है। अब सभी जगह पेमेंट करते समय यूपीआई का होना बहुत ज़रूरी हो गया है, और सभी पेमेंट का आदान प्रदान के लिए यूपीआई को ही विश्वास के रूप में देख रहे है। लेकिन यूपीआई को लेकर 1 फरवरी से एक नया नियम आ गया है, जिसका सीधा असर यूपीआई ट्रांसक्शन पर पड़ सकता है।

1 फरवरी से बदल गए है UPI Payment के नियम

अब कोई भी UPI Payment ऐप ट्रांसक्शन आईडी बनाने के लिए किसी भी प्रकार के स्पेशल कैरेक्टर जैसे @, $, &, # का इस्तेमाल नहीं कर सकता है। अगर आप भी ऐसा कोई यूपीआई ऐप्स को प्रयोग कर रहे है, जिस पर स्पेशल करैक्टर वाले ट्रांसक्शन आईडी बनते है, तो आप ऐसे ऐप्स को तुरंत डिलीट कर दीजिये। अगर आप ऐसा नहीं करते है, तो आपके द्वारा किये गए सभी पेमेंट फेल हो जायेंगे।

ट्रांजैक्शन आईडी बनाने के लिए अब अल्फान्यूमेरिक कैरेक्टर का ही कर सकेंगे इस्तेमाल

ऑपेरटर नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ट्रांजैक्शन आईडी को पूर्ण रूप से मानकीकृत करना चाहता है। इसी वजह से NPCI ने सभी पेमेंट ऐप को निर्देश दिया है की ट्रांजैक्शन आईडी क्रिएट करने में केवल अल्फान्यूमेरिक कैरेक्टर का ही इस्तेमाल हो और स्पेशल करैक्टर को पूरी तरीके से हटा दिया जाये। हालाकिं कुछ एक्सपर्ट्स ने इकोनॉमिक टाइम्स को यह भी बताया है की यह नियम केवल मर्चेंट अकाउंट होल्डर के लिए ही है, लेकिन इसका असर सीधा आम लोगों पर भी पड़ सकता है।

Upi Payment

एनपीसीआई ने सभी पेमेंट ऐप्स को दिए सख्त निर्देश

एनपीसीआई ने देश के सभी यूपीआई ऑपरेटरों को सख्त निर्देश दिया है कि उन्हें हर हालत में ट्रांजैक्शन आईडी क्रिएट करने के लिए केवल अल्फान्यूमेरिक कैरेक्टर का ही इस्तेमाल करना होगा, अन्यथा किसी भी प्रकार कि यूपीआई ट्रांजैक्शन (UPI Payment) सेंट्रल सिस्टम स्वीकार नहीं कर पायेगा। साथ ही यह भी निर्देश दिया है कि नए नियमों कि पूरी जिम्मेदारी केवल पेमेंट ऐप की होगी, लेकिन इसका सीधा असर उनके यूजर्स पर पड़ेगा।

9 जनवरी को जारी हुआ था सर्कुलर

9 जनवरी, 2025 को एनपीसीआई द्वारा जारी किए गए यूपीआई सर्कुलर के अनुसार, "हमारे 28 मार्च 2024 के OC 193 से संदर्भ लिया जा सकता है, जिसमें UPI Payment ऐप्स को यूपीआई ट्रांजेक्शन आईडी बनाने के लिए सिर्फ अल्फान्यूमेरिक कैरेक्टर का ही इस्तेमाल करने की सलाह दी गई थी। ये यूपीआई टेक्निकल स्पेशिफिकेशन्स के कंप्लायंस को सुनिश्चित करने के लिए है। हम कंप्लायंस में सुधार के लिए इकोसिस्टम के साथ काम कर रहे हैं। स्पेशिफिकेशन्स के कंप्लायंस की गंभीरता को देखते हुए, यूपीआई ट्रांजैक्शन आईडी में किसी भी स्पेशल कैरेक्टर की अनुमति नहीं देने का फैसला लिया गया है। स्पेशल कैरेक्टर वाले ट्रांजैक्शन आईडी से होने वाले लेनदेन को सेंट्रल सिस्टम द्वारा रिजेक्ट कर दिया जाएगा। ये 1 फरवरी 2025 से प्रभावी होगा।"

UPI Payment: कितने डिजिट का होगा ट्रांजैक्शन आईडी

28 मार्च, 2024 को एनपीसीआई द्वारा जारी किए गए एक सर्कुलर के अनुसार,

  • सभी यूपीआई ट्रांजैक्शन की आईडी 35 डिजिट की जरूर होनी चाहिए।
  • ट्रांजैक्शन आईडी अधिकतम और न्यूनतम 35 डिजिट का ही होना चाहिए।
  • कोई भी स्पेशल कैरेक्टर ट्रांजैक्शन आईडी में नहीं होगा।
  • 35 डिजिट से कम डिजिट की ट्रांजैक्शन आईडी होने पर पेमेंट नहीं हो पायेगा।

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