UPI Payment by Mistake : आजकल भारत में डिजिटल पेमेंट का मतलब सीधे-सीधे UPI हो गया है। हर रोज़ लाखों लोग इससे शॉपिंग से लेकर एक-दूसरे को पैसे भेजने तक के काम कर रहें हैं। लेकिन कभी-कभी ज़रा सी जल्दबाज़ी या टाइपिंग में हुई छोटी चूक भारी पड़ जाती है, जैसे कि किसी गलत UPI ID पर पैसे भेज देना। ये गलती ज्यादा आम है जितना हम सोचते हैं।

अगर आप भी ऐसी ही किसी स्थिति में फंस गए हैं तो घबराने की ज़रूरत नहीं है। बस वक्त पर सही कदम उठाना जरूरी है। नीचे दिए गए कुछ आसान और असरदार उपायों से आप अपने ग़लती से भेजे गए पैसे को वापस पाने की कोशिश कर सकते हैं, लेकिन याद रखिए, देरी की गुंजाइश नहीं होती, फौरन एक्शन लेना ज़रूरी है।

UPI Payment by Mistake : सीधे रिसीवर से बात करने की करें कोशिश

गलत पेमेंट की स्थिति में सबसे पहला स्टेप यही होना चाहिए कि आप सामने वाले व्यक्ति से सीधे बात करें। अगर उस UPI ID के साथ कोई मोबाइल नंबर लिंक हो रहा है, तो उस पर कॉल करें या एक विनम्र मैसेज भेजें। मैसेज में ये साफ़-साफ़ बताएं कि पैसे गलती से उनके खाते में चले गए हैं और आप रिक्वेस्ट कर रहे हैं कि वो रकम वापस कर दी जाए।

अक्सर सामने वाला व्यक्ति ईमानदारी दिखाते हुए पैसे लौटा देता है, खासकर अगर आपने बात सभ्य तरीके से रखी हो। लेकिन हाँ, अगर दूसरी तरफ से कोई रिस्पॉन्स न आए या इनकार कर दिया जाए, तो फिर आपको दूसरे ज़रूरी कदम उठाने होंगे। इसलिए जल्दी रिएक्ट करना ज़रूरी है, वरना बाद में मामला पेचीदा हो सकता है।

UPI Payment by Mistake : UPI ऐप से तुरन्त दर्ज करें शिकायत

गलती समझ आते ही देरी ना करें। जिस भी ऐप से ट्रांजैक्शन किया गया हो, चाहे वो Google Pay हो, PhonePe, Paytm या फिर BHIM, उसी प्लेटफॉर्म पर तुरंत हेल्प या सपोर्ट सेक्शन में जाकर शिकायत दर्ज करें। लगभग हर ऐप में ‘Report a problem’ या ‘Raise a dispute’ का ऑप्शन होता है। यहां आप गलत ट्रांजैक्शन की डिटेल देकर रिकवरी की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं। जितनी जल्दी आप रिएक्ट करेंगे, रिफंड का चांस उतना ही बेहतर रहेगा।

इसके लिए सबसे पहले उस UPI ऐप की ट्रांजैक्शन हिस्ट्री में जाएं, जहाँ से आपने भुगतान किया था। वहां उस ट्रांजैक्शन को ढूंढें जो गलती से हुआ है और फिर ‘Report an Issue’ या ‘Raise a Dispute’ जैसे विकल्प पर टैप करें। शिकायत दर्ज करते समय आपको कुछ अहम जानकारी भरनी होगी, जैसे कि गलत UPI ID, ट्रांजैक्शन की तारीख, ट्रांजैक्शन नंबर (ID), और कितनी रकम भेजी गई थी। ये डिटेल्स जितनी साफ़-साफ़ होंगी, आपकी रिक्वेस्ट उतनी जल्दी प्रोसेस हो सकेगी।

UPI Payment by Mistake : अपने बैंक को जल्द से जल्द जानकारी दें

अगर ऐप के ज़रिए हल नहीं हो रहा है, तो सीधे अपने बैंक की कस्टमर सपोर्ट टीम से संपर्क करें। अधिकतर बैंक ऐसे मामलों के लिए खास प्रक्रिया फॉलो करते हैं। कॉल या ईमेल के ज़रिए उन्हें गलत पेमेंट की जानकारी दें और ट्रांज़ैक्शन डिटेल्स भी साथ में दें। बैंक कर्मचारी आपसे कभी-कभी फिजिकल ब्रांच जाकर लिखित शिकायत दर्ज करने को भी कह सकते हैं। इसके बाद बैंक उस पेमेंट को ट्रैक करने और संभव हो तो उसे रिवर्स कराने की कोशिश करता है।

UPI Payment by Mistake : जब ऐप और बैंक भी नहीं सुन रहे हों, तो अब बारी है NPCI की

अगर आपने UPI ऐप और अपने बैंक, दोनों जगह से मदद माँग ली और फिर भी कोई हल नहीं निकला, तो अब आपको अपना मामला सीधे NPCI यानी नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया तक ले जाना चाहिए। चूंकि NPCI ही पूरे UPI सिस्टम की देखरेख करता है, इसलिए आपके पास यहाँ भी एक ठोस विकल्प मौजूद होता है।

इसके लिए आपको बस NPCI की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना है और वहाँ दिए गए Dispute Redressal सेक्शन में अपनी शिकायत दर्ज करनी होगी। यहाँ एक छोटा-सा फॉर्म भरना होता है जिसमें आपको ट्रांजैक्शन डिटेल्स, मोबाइल नंबर और ज़रूरी दस्तावेज़ (जैसे बैंक स्टेटमेंट या पेमेंट रसीद) अपलोड करने पड़ते हैं।

यह भले ही अंतिम स्टेप हो, लेकिन कई बार यही सबसे असरदार साबित होता है, ख़ासकर तब, जब बाकी सारे रास्ते बंद हो चुके हों। तो देर मत कीजिए, और समय रहते अपनी शिकायत दर्ज कर दीजिए।

UPI Payment by Mistake : अगर अब तक कोई हल नहीं निकला, तो RBI Ombudsman है आखिरी उम्मीद

आपने UPI ऐप को लिखा, बैंक से शिकायत की, यहाँ तक कि NPCI तक पहुँच गए, लेकिन 30 दिन बीत जाने के बाद भी अगर आपको कोई ठोस समाधान नहीं मिला है, तो अब मामला RBI Ombudsman for Digital Transactions तक ले जाने का समय आ गया है।

यह सुविधा खासतौर पर उन यूज़र्स के लिए है जो किसी बड़े या गंभीर ट्रांज़ैक्शन से जुड़ी समस्या में फंसे हैं और अब तक उन्हें कोई न्याय नहीं मिल पाया।

इसके लिए आप Reserve Bank of India के Complaint Management System (CMS) पोर्टल पर लॉगिन करें। यहाँ एक ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा जिसमें आपको अपने पुराने प्रयासों (जैसे कि बैंक या NPCI में की गई शिकायतें) की डिटेल और संबंधित ट्रांज़ैक्शन की पूरी जानकारी देनी होती है।

थोड़ा वक्त लग सकता है, लेकिन ये तरीका अक्सर आख़िरी लेकिन सबसे भरोसेमंद होता है। इस स्टेप को हल्के में न लें, यह आपके पैसों की सुरक्षा से जुड़ा मसला है।

गलत UPI ट्रांजैक्शन से बचना है तो ये सावधानियाँ ज़रूर बरतें

ऐसी झंझटों से बचने के लिए सबसे ज़रूरी है सावधानी। हर बार पेमेंट भेजने से पहले रिसीवर की UPI ID और अमाउंट एक बार नहीं, दो बार चेक कर लें। QR कोड स्कैन करते वक्त भी रिसीवर का नाम स्क्रीन पर सही दिख रहा है या नहीं, ये कनफर्म करें।

साथ ही, किसी अनजान लिंक या अजीब से दिखने वाले QR कोड्स पर क्लिक करने से बचें। कई बार स्कैमर्स नकली पेमेंट पेज या क्यूआर भेजकर फ्रॉड कर लेते हैं। इसलिए ध्यान रखें कि कोई भी पेमेंट करते समय आपकी एक छोटी सी गलती बड़ी परेशानी में बदल सकती है।

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