हर साल देश का सैलरीड वर्ग Income Tax में राहत की उम्मीद करता है। इस बार भी वित्त मंत्री से टैक्स स्लैब में बदलाव की मांग जोर पकड़ रही है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार मिडिल क्लास को बड़ी इनकम टैक्स छूट देने पर विचार कर रही है। खासतौर पर, सालाना 15 लाख रुपये तक की आय वाले लोगों को इसका लाभ मिल सकता है। यह घोषणा 1 फरवरी 2025 को पेश होने वाले बजट में हो सकती है।
आयकर राहत से बढ़ेगी खर्च करने की क्षमता
Income Tax में छूट का उद्देश्य न केवल मिडिल क्लास को राहत देना है, बल्कि इकोनॉमी को रफ्तार देना भी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, टैक्सपेयर्स को राहत देने से लोगों की खर्च करने की क्षमता बढ़ेगी, जिससे महंगाई से निपटने में भी मदद मिलेगी। वर्तमान में, Income Tax स्लैब के अनुसार 3 लाख रुपये से 15 लाख रुपये तक की आय पर 5% से 20% तक का टैक्स लगता है, जबकि 15 लाख से अधिक की आय पर 30% टैक्स देना होता है।
पुरानी और नई Income Tax रिजीम के विकल्प
देश में टैक्सपेयर्स के पास दो विकल्प हैं:
1. पुरानी इनकम टैक्स रिजीम: इसमें हाउस रेंट और इंश्योरेंस जैसे खर्चों पर छूट मिलती है।
2. नई इनकम टैक्स रिजीम: इसमें टैक्स दरें कम हैं, लेकिन छूट खत्म कर दी गई है।
अगर सरकार इनकम टैक्स छूट देती है, तो विशेषज्ञों का मानना है कि लोग नई टैक्स रिजीम को अपनाने में रुचि दिखाएंगे।
इकोनॉमी में गिरावट और बढ़ती महंगाई के बीच राहत की उम्मीद
2024 की जुलाई-सितंबर तिमाही में देश की विकास दर सात तिमाहियों में सबसे कम रही। वहीं, खाद्य पदार्थों की कीमतों में तेजी से लोगों के खर्चों में इजाफा हुआ। इसका असर कारों, घर के सामान और पर्सनल प्रोडक्ट्स की बिक्री पर दिखा।
सरकार का लक्ष्य Income Tax राहत देकर बाजार में मांग बढ़ाना और मिडिल क्लास को आर्थिक दबाव से राहत देना है। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्रालय ने टैक्स छूट की सीमा पर अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की टिप्पणी का इंतजार है।
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