दूसरे देशों की अर्थव्यवस्था को निशाना बनाने और अमेरिका को फिर से ग्रेट बनाने की मंशा से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से शुरू किया गया Tariff War अमेरिका को बर्बादी की कगार पर ला देगा। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि सामने आई एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। अगर ऐसा होता है तो फिर अमेरिका की Economy भी सिकुड़ने लगेगी।
Tariff War : सामने आई है ये रिपोर्ट
Tariff War के बीच अमेरिका की अर्थव्यवस्था को लेकर ग्लोबल इनवेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैक्स द्वारा एक रिपोर्ट जारी की गई है। Report में बताया गया है कि अब अमेरिका में मंदी की आशंका 35 फीसदी से बढ़कर 45 फीसदी तक पहुंच गई है। दरअसल, चिंता इसलिए ज्यादा बढ़ी है क्योंकि गोल्डमैन सैक्स द्वारा एक ही हफ्ते में इस अनुमान को बढ़ाया है।
मंदी छाने के बताए गए ये कारण
गोल्डमैन सैक्स ने America में मंदी की आशंका को 35 फीसदी से बढ़ाकर 42 फीसदी करने के पीछे के कारणों पर कहा कि Trump Government द्वारा लगाए गए भारी टैरिफ और अमेरिका व दुनिया के देशों के बीच छिड़े Tariff War की वजह से यह आंकड़ा बढ़ा है। दरअसल, बीते 2 अप्रैल को ट्रंप ने उम्मीद से ज्यादा सख्त Tariff का ऐलान किया था, जिससे अमेरिका समेत पूरे ग्लोबल मार्केट में खलबली मच गई थी।
Investment Bank जताने लगे आशंका
2 अप्रैल को डोनाल्ड ट्रंप के Tariff लगाने के ऐलान के बाद से ही शेयर बाजार भी धड़ाम हो गए थे। इस फैसले के बाद से ही लगातार दुनिया के निवेश बैंकों ने अमेरिका में मंदी छाने की आशंका जतानी शुरू कर दी। जेपी मॉर्गन ने कहा कि अमेरिका ही नहीं, Tariff War से पूरी दुनिया में मंदी छाने की संभावना 60 फीसदी तक पहुंच गई है।
अमेरिका में बढ़ सकती है बेतहाशा महंगाई
डोनाल्ड ट्रंप के Tarif से अमेरिका में महंगाई में बेतहाशा वृद्धि हो सकती है क्योंकि चीन जैसे कई देशों ने जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है। इससे स्थितियां और भी ज्यादा बिगड़ती दिख रही हैं। गोल्डमैन सैक्स ने अमेरिका की आर्थिक विकास दर 2025 के लिए 1.5 फीसदी से घटाकर 1.3 फीसदी कर दी है।
इसके अलावा जेपी मॉर्गन का कहना है कि 2025 में American Economy 0.3 फीसदी तक सिकुड़ सकती है। हालांकि, अभी भी इस Tariff War के बीच अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व पर उम्मीदें टिकी हुई हैं। कहा जा रहा है कि फेडरल रिजर्व जून से ब्याज दरों में कटौती करेगा और इसमें लगातार तीन बार 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की जा सकती है।
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