भारत का Automobile Sector काफी तेजी से बूम कर रहा है लेकिन ड्रैगन को यह पसंद नही आ रहा है। चीन ने अब कारों के निर्माण में प्रयोग की जाने वाली Rare Earth Magnet पर नई पाबंदियां लगा दी है। इसका नतीजा है कि सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन को अपने घरेलू प्लांट में Suzuki Swift की कारों का प्रोडक्शन रोकना पड़ा है। इससे सप्लाई चेन पर काफी गहरा असर पड़ेगा।

Rare Earth Magnet पर लागू की पाबंदियां

सुजुकी स्विफ्ट के प्रोडक्शन पर लगे ब्रेक के पीछे चीन द्वारा Rare Earth Magnet के एक्सपोर्ट पर नई पाबंदियों को लागू किया जाना है। पहले की अपेक्षा चीन ने इसके एक्सपोर्ट रूल को काफी सख्त कर दिया है, जिससे इसकी शिपमेंट कंपनी को नहीं मिल पा रही है और प्रोडक्शन को रोकना पड़ा है।

बता दें कि रेयर अर्थ मैग्नेट ऐसे चुंबकीय पदार्थ होते हैं, जो कि इलेक्ट्रिक मोटर्स, हाई परफॉर्मेंस स्पीकर्स और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स टेक्नोलॉजी में काफी अहम भूमिका अदा करते हैं। इस सप्लाई बाधित होने से Automobile Sector पर काफी बुरा असर पड़ा है।

चीन पर निर्भर हैं Automobile Companies

कारों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले Rare Earth Magnet का सबसे अधिक उत्पादन चीन ही करता है। माइनिंग के मामले में चीन की हिस्सेदारी की बात करें तो यह करीब 70% से भी ज्यादा है। इसके अलावा कुल प्रोडक्शन में देखें तो यह आंकड़ा करीब 90% तक पहुंच जाता है। इस तरह भारत, जापान समेत दुनिया की ऑटोमोबाइल कंपनियां रेयर अर्थ मैग्नेट के लिए पूरी तरह से चीन पर ही निर्भर हैं।

Rare Earth Magnet की बाधित हो रही सप्लाई को लेकर भारत की सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स ने भारत सरकार को भी यह जानकारी दी है कि अगर ऐसा लंबे समय तक होता है तो ऑटोमोबाइल सेक्टर में प्रोडक्शन की रफ्तार धीमी पड़ सकती है। अगर प्रोडक्शन धीमा होगा तो इसका पूरे सप्लाई चेन पर असर पड़ने वाला है।

जटिल बना दिया नियम

चीन ने Rare Earth Magnet के एक्सपोर्ट को लेकर नए नियम जारी किए हैं। इसके तहत अब जो भी विदेशी कंपनी रेयर अर्थ मैग्नेट को चीन से आयात करना चाहती है उसे एंड यूज सर्टिफिकेट जमा करना होगा। इसके बाद चीनी सरकार की अनुमति के बिना कोई शिपमेंट बाहर नहीं भेजा जाएगा। नए नियम से मैग्नेट के एक्सपोर्ट में काफी ज्यादा समय लग रहा है।

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