Success Story: आज के समय में देखा जाए तो हर कोई चाहता है कि वह अपना खुद का बिजनेस शुरू करें जिसमें वह अपने हिसाब से और अपनी सहूलियत के मुताबिक काम करें लेकिन अगर आपको करोड़ों रुपए का जॉब ऑफर मिले तो शायद आप बिजनेस के प्लान (Success Story) को थोड़े देर के लिए भूल सकते हैं,

लेकिन हम जिस आरुषि की बात करने जा रहे हैं उसका इरादा कुछ और ही था जिसने करोड़ो के जॉब ऑफर को ठुकरा कर लाखों रुपए से अपने बिजनेस की शुरुआत की और आज उनका बिजनेस अमेरिका और जर्मनी तक फैला हुआ है.

Success Story: इस तरह की शुरुआत

हम जिस आरुषि की बात कर रहे हैं, वह उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की रहने वाली है जो टैलेंट डिक्रिप्ट की फाउंडर है जिन्हें एक करोड रुपए का सालाना पैकेज भी मिला था लेकिन वह कुछ और करना चाहती थी. 2020 में उन्होंने लाखों रुपए लगाकर टैलेंट डिक्रिप्ट की शुरुआत की और आप यह जानकर हैरान रह जाएंगे कि आज यह उनका स्टार्टअप सालाना 50 करोड़ की कमाई (Success Story) कर रहा है.

आरुषि को इसके लिए सम्मानित भी किया जा चुका है. आपको बता दे कि आज आरुषि कई लोगों को नौकरी भी दे रही है. दरअसल यह ऐसी कंपनी है जो हैकथाँन और वर्चुअल कौशल मूल्यांकन का आयोजन कर नौकरी की तलाश करने वाले और कंपनियों के बीच पुल का काम करती है.

कोरोना महामारी के दौरान 2020 में आरुषि ने सिर्फ ₹100000 लगाकर अपना टैलेंट डिक्रिप्ट शुरू किया जो अमेरिका, जर्मनी, सिंगापुर, यूएई, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, नेपाल सहित अन्य देशों की 380 कंपनियां शामिल है जो आरुषि की कंपनी की सेवा ले रही है.

मनचाहे युवाओं को देती है नौकरी

आरुषि अग्रवाल ने जेपी इंस्टिट्यूट से बीटेक और एम टेक की पढ़ाई की और फिर आईआईटी दिल्ली से इंटर्नशिप की. एक नहीं बल्कि दो बार उन्हें एक करोड रुपए की बड़ी सैलरी का ऑफर मिला था लेकिन उन्होंने हमेशा इसे स्वीकार करने से ठुकरा दिया.

आपको बता दे कि यह कंपनी (Success Story) युवाओं को उनकी मनचाही नौकरी दिलाने में मदद करती है जिसमें युवाओं को वर्चुअल स्किल टेस्ट से गुजरना पड़ता है. अभी तक सैकड़ो से भी ज्यादा युवाओं ने टैलेंट डिक्रिप्ट के जरिए नौकरी पाने का मौका पाया है.

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