Success Story: आज के समय में कई ऐसे लोग हैं जो सिविल सर्विस की तैयारी करते हैं और ऑफिसर बनने का सपना देखते हैं. आज हम उन्ही में से एक ऐसे व्यक्ति की बात करने जा रहे हैं जो अपने सीनियर के लिए चाय लेने गए थे और जब वापस लौटे तब तक वह एसडीएम बन चुके थे.
12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद यूपी पुलिस में कांस्टेबल के पद पर श्याम बाबू की नौकरी लगी और नौकरी करने के दौरान ही 2008 में उन्होंने अपने ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की. हालांकि इसके बाद भी उन्होंने अपनी पढ़ाई नहीं छोड़ी और नौकरी के साथ ही वह यूपी पीसीएस की तैयारी करते रहे और आखिरी प्रयास में उन्हें जाकर सफलता मिली और वह एसडीएम (Success Story) बने. 2016 के उत्तर प्रदेश पीसीएस एग्जाम में उन्होंने 52 वां रैंक हासिल की था.
Success Story: चाय लेकर आते बने SDM
कहा जा रहा है कि श्याम बाबू अपने डीएसपी के लिए चाय लेने गए थे तभी उनको अपने रिजल्ट की जानकारी मिली और जब चाय लेकर आए तो उन्होंने डीएसपी साहब को बताया कि मैं एसडीएम बन गया हूं, जिसके बाद डीएसपी ने उन्हें बधाई दी.
हम जिस श्याम बाबू की बात कर रहे हैं, वह उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के गांव इब्राहिमाबाद के रहने वाले हैं जो 14 साल पुलिस की नौकरी के बाद यह सफलता हासिल करने में सफल हुए हैं.
इस वजह से गई नौकरी
श्याम बाबू की आर्थिक स्थिति हमेशा से बेहद कमजोर रही है. यही वजह है कि वह अपनी बहन को स्कूल तक नहीं भेज पाए और दसवीं पास करने के बाद ही उन्होंने सरकारी नौकरी के लिए तैयारी करना शुरू कर दिया था और उनकी मेहनत (Success Story) रंग भी लाई
जहां उन्होंने यूपी पुलिस के हेड कांस्टेबल पद को संभाला लेकिन सिपाही बनने के बावजूद भी उनका लक्ष्य था कि वह एक बड़े अधिकारी बने और ऐसा हुआ भी. हालांकि ज्यादा दिन तक श्याम बाबू एसडीएम नहीं रह पाए क्योंकि जाति प्रमाण पत्र फर्जी पाए जाने के कारण नियुक्ति निरस्त कर दी गई थी.
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