Streambox Media DOR TV Shuts Down : : स्ट्रीमबॉक्स मीडिया ने अपनी बहुचर्चित 'डोर टीवी' सेवा, जिसे भारत का पहला सब्सक्रिप्शन-आधारित स्मार्ट टीवी मॉडल बताया गया था, मई 2025 से पूरी तरह बंद कर दी है। कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर इसकी घोषणा की, जिससे उन हज़ारों ग्राहकों की चिंता बढ़ गई है, जिन्होंने इस सेवा में निवेश किया था।
इस अचानक बंद हुई सेवा से न केवल ग्राहकों के पैसे फँस गए हैं, बल्कि उनकी वारंटी और कस्टमर सपोर्ट भी खत्म हो गया है। यह घटना नई और इनोवेटिव कही जाने वाली सेवाओं पर भरोसा करने को लेकर कई सवाल खड़े करती है।
आज से लगभग आठ महीने पहले, स्ट्रीमबॉक्स मीडिया ने भारतीय बाज़ार में डोर टीवी नाम से एक बेहद अनूठी सेवा का आगाज़ किया था। इसे देश का पहला सब्सक्रिप्शन-आधारित स्मार्ट टीवी मॉडल बताया गया, और लॉन्च के समय इसने खूब सुर्खियां बटोरीं। लेकिन अब, मई 2025 से कंपनी ने भारत में अपनी सभी सेवाएँ आधिकारिक तौर पर बंद कर दी हैं।
स्ट्रीमबॉक्स मीडिया की वेबसाइट पर एक संक्षिप्त संदेश, "सार्वजनिक घोषणा: DOR सेवाओं का बंद होना" (Public Announcement: Discontinuation of DOR Services) के साथ यह बताया गया कि डोर टीवी की सब्सक्रिप्शन सेवाएँ और डोर प्ले ऐप अब बंद हो चुके हैं।
सच कहूँ तो, इस खबर ने उन सभी ग्राहकों को परेशानी में डाल दिया है, जिन्होंने इस टीवी और इससे जुड़ी सेवा में अपनी मेहनत की कमाई लगाई थी। आइए, इस पूरे मामले को ज़रा विस्तार से समझते हैं और यह भी जानते हैं कि क्या वाकई नई कंपनियों पर आंख मूँद कर भरोसा करना सही है, या यह केवल ग्राहकों को ठगने का एक नया तरीका भर है?
Streambox Media DOR TV Shuts Down : ग्राहक अब क्या करें?
स्ट्रीमबॉक्स मीडिया ने मई 2025 में भारत में अपनी सभी सेवाओं को बंद करने की सूचना जारी की। कंपनी ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर एक नोटिस प्रकाशित किया, जिसमें कुछ अहम बातें कही गईं:
सेवाएँ समाप्त: डोर टीवी की सब्सक्रिप्शन सेवाएँ, डोर प्ले ऐप, और किसी भी तरह का ग्राहक सहयोग (कस्टमर सपोर्ट) अब पूरी तरह से खत्म हो चुका है।
वारंटी अमान्य: टीवी की चार साल की लंबी वारंटी अब मान्य नहीं रहेगी। यह उन ग्राहकों के लिए बड़ा झटका है जिन्होंने लंबी वारंटी के भरोसे यह टीवी खरीदा था।
स्मार्ट टीवी का सीमित उपयोग: ग्राहक अपने डोर टीवी को एक सामान्य स्मार्ट टीवी की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन उन्हें भविष्य में कोई सॉफ्टवेयर अपडेट, ओवर-द-टॉप (OTT) सब्सक्रिप्शन, या लाइव चैनलों का एक्सेस नहीं मिल पाएगा।
सॉफ्टवेयर डाउनलोड सुविधा: कंपनी ने टीवी मॉडल के लिए सॉफ्टवेयर डाउनलोड करने का विकल्प दिया है, जिसे ग्राहक चाहें तो खुद से इंस्टॉल कर सकते हैं। इसके लिए कुछ चरण वेबसाइट पर दिए गए हैं, पर यह प्रक्रिया तकनीकी रूप से कम जानकार यूज़र्स के लिए थोड़ी जटिल हो सकती है।
रिफंड पर असमंजस: कंपनी ने ग्राहकों के पहले से चुकाए गए पैसों (चाहे वह शुरुआती लागत हो या मासिक शुल्क) की वापसी या रिफंड पॉलिसी को लेकर कोई भी स्पष्ट जानकारी नहीं दी है, जो शायद इस पूरे मामले का सबसे बड़ा चिंता का विषय है।
Streambox Media DOR TV Shuts Down : : सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स ने इस पूरे घटनाक्रम को "घोटाला" करार दिया
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पहले ट्विटर) पर कई यूज़र्स ने इस पूरे घटनाक्रम को "घोटाला" करार दिया है। ज़ाहिर है, कंपनी के इस अचानक लिए गए फ़ैसले से ग्राहकों में भारी गुस्सा है।
ग्राहक अब क्या ही कर सकते हैं, उन्हें जो आर्थिक नुकसान हुआ है, उसके बारे में कोई भी पुख्ता जानकारी सामने नहीं आई है। अब तो बस यही है कि ग्राहक कंपनी की किसी भी सेवा का उपयोग नहीं कर पाएंगे।
Streambox Media DOR TV Shuts Down : : डोर टीवी की खूबियाँ और सब्सक्रिप्शन मॉडल
डोर टीवी को माइक्रोमैक्स इन्फॉर्मेटिक्स, ज़िरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामथ, और स्ट्राइड वेंचर्स के सहयोग से स्ट्रीमबॉक्स मीडिया ने लॉन्च किया था। इसके लॉन्च इवेंट में राहुल शर्मा भी मौजूद थे।
यह भारत का पहला "टीवी-एज़-ए-सर्विस" (TV-as-a-service) मॉडल था, जिसमें हार्डवेयर और कंटेंट दोनों एक सिंगल सब्सक्रिप्शन पैकेज में उपलब्ध थे। इस सेवा की कुछ प्रमुख विशेषताएँ इस प्रकार थीं:
डिस्प्ले और ऑडियो: इसमें 4K QLED डिस्प्ले था, और यह 43-इंच मॉडल में उपलब्ध था, जबकि 55-इंच और 65-इंच मॉडल 2025 की शुरुआत में आने वाले थे। यह 4K अल्ट्रा एचडी रेज़ोल्यूशन, HDR10+, और डॉल्बी ऑडियो के साथ 40W डाउन-फ़ायरिंग स्पीकर्स से लैस था।
ऑपरेटिंग सिस्टम: यह एंड्रॉइड 13-आधारित डोरओएस (DorOS) पर चलता था, जो AI-आधारित व्यक्तिगत कंटेंट रिकमंडेशन और सिंगल साइन-ऑन की सुविधा देता था। इसके अलावा, इस सेवा में 24 से अधिक प्रमुख ओटीटी ऐप्स (जैसे प्राइम वीडियो, डिज़्नी+ हॉटस्टार, जियोसिनेमा, सोनीलिव, ज़ी5, आदि) और 300 से अधिक लाइव टीवी चैनलों का एक्सेस भी शामिल था।
सब्सक्रिप्शन विवरण:
टीवी और सब्सक्रिप्शन की लागत: 43-इंच मॉडल के लिए 10,799 (जिसमें पहला महीना शामिल था)।
मासिक शुल्क: पहले 12 महीनों के लिए 799 प्रति माह। इसके बाद कंपनी ग्राहकों को कस्टमाइज़्ड प्लान देने वाली थी।
बायबैक ऑफ़र: 12 महीने बाद टीवी वापस करने पर 5,000 तक का रिफंड मिलने का वादा था।
वारंटी और अपडेट: 4 साल की वारंटी और 4 DorOS अपडेट्स का वादा किया गया था।
अगर मासिक शुल्क का भुगतान नहीं किया जाता था, तो टीवी अपने आप लॉक हो जाता था, जो इस मॉडल की एक खास बात थी।
Streambox Media DOR TV Shuts Down : : सेवा बंद होने का ग्राहकों पर असर और भविष्य के सवाल
स्ट्रीमबॉक्स मीडिया के इस अप्रत्याशित रूप से बंद होने से ग्राहकों को कई गंभीर नुकसान झेलने पड़े हैं:
वित्तीय नुकसान: जिन ग्राहकों ने 10,799 की शुरुआती लागत और फिर 11 महीनों के लिए ₹799 प्रति माह (कुल लगभग 8,789) का भुगतान किया था, उन्हें रिफंड के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है।
वारंटी और सपोर्ट की समाप्ति: 4 साल की वारंटी अब बेकार हो गई है, और कस्टमर सपोर्ट बंद होने से टीवी में किसी भी तरह की खराबी आने पर कोई मदद नहीं मिल पाएगी।
सीमित कार्यक्षमता: टीवी को अब सिर्फ एक साधारण स्मार्ट टीवी की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन DorOS की विशेष सुविधाएँ (जैसे ओटीटी एक्सेस, लाइव चैनल, और एआई रिकमंडेशन) अब उपलब्ध नहीं होंगी।
सॉफ्टवेयर डाउनलोड की जटिलता: कंपनी ने सॉफ्टवेयर डाउनलोड का विकल्प तो दिया है, मगर यह तकनीकी रूप से कम जानकार यूज़र्स के लिए इसे इंस्टॉल करना मुश्किल हो सकता है।
अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि ग्राहकों के इस पैसे का क्या होगा? क्या कंपनी इस पैसे को वापस करेगी? या ग्राहकों के साथ हुए इस धोखे का कोई मुआवजा मिलेगा? ये सवाल इस समय सबसे ज़्यादा चर्चा में हैं।
Streambox Media DOR TV Shuts Down :: अपनी सेवाओं को अचानक बंद करना , ग्राहकों के साथ खिलवाड़
डोर टीवी की यह विफलता नई तकनीकी कंपनियों और उनके उत्पादों पर भरोसा करने को लेकर कई संदेह पैदा करती है। असल में, इसे अगर 'लूट' कहा जाए तो शायद गलत नहीं होगा।
अपनी सेवाओं को अचानक बंद कर देना सीधे तौर पर ग्राहकों के साथ खिलवाड़ है और उनकी मेहनत की कमाई पर डाका डालने जैसा है। हो सकता है कि कोई भी नई सेवा, खासकर इस तरह की डोर जैसी सेवा, शुरुआत में अपने आकर्षक ऑफ़र के साथ आपको अपनी ओर खींच ले। मुझे याद है फ्रीडम 251 का 251 वाला फ़ोन भी।
इस कारण, आपको इस तरह के झांसे में न आकर, कंपनी को बाज़ार में कुछ समय के लिए स्थापित होते देखना चाहिए। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं, तो जैसा डोर सेवा का उपयोग करने वाले ग्राहकों के साथ हुआ है, वह आपके साथ भी हो सकता है। क्या आप भी किसी ऐसी नई सेवा में निवेश करने से पहले अब अधिक सतर्क रहेंगे?
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