Starlink vs Jio-Airtel: एलन मस्क अपनी स्टार लिंक को लेकर इस वक्त काफी चर्चा में है जहां माना जा रहा है कि भारत में बहुत जल्द ही इसे लाने की बात कही जा रही है. यह भी माना जा रहा था कि अगर स्टरलिंक भारत में आती है तो इससे जियो और एयरटेल जैसी भारत की बड़ी टेलीकॉम कंपनियों को सीधे चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा,

लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि अगर एलन मस्क की स्टार लिंक भारत में आती भी है तो इसका जियो और एयरटेल (Starlink vs Jio-Airtel) पर कुछ खास प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि स्टरलिंक के महंगे रिचार्ज प्लान के मुकाबले जियो और एयरटेल लोगों को किफायती सेवाएं प्रदान करती है जिस कारण लोग स्टार लिंक के प्रति आकर्षित नहीं हो पाएंगे.

स्टार लिंक नहीं दे पाएगी जिओ- एयरटेल को टक्कर

स्टरलिंक के आगमन को लेकर यह कहा जा रहा था कि जियो और एयरटेल के बिजनेस पर इसका सीधा प्रभाव नजर आएगा लेकिन हकीकत में ऐसा कुछ नहीं है. जियो और एयरटेल (Starlink vs Jio-Airtel) इस वक्त काफी सस्ते में लोगों को नेटवर्क प्रदान कर रही है लेकिन स्टार लिंक के रिचार्ज प्लान काफी महंगे हैं.

अमेरिका में स्टार लिंक सैटेलाइट नेटवर्क के लिए एवरेज 30 से 40 डॉलर खर्च करने होंगे. जबकि भारत में एयरटेल और जिओ यूजर को 10 से 13 डॉलर तक खर्च करते होते हैं. साथ ही साथ समय-समय पर दोनों टेलीकॉम कंपनियों द्वारा कई आकर्षक ऑफर भी लाए जाते हैं. जैसे फ्री में वाई-फाई इंस्टॉलेशन और कई तरह से पेमेंट में छूट दी जाती है. यानी की यूजर बेस दोनों कंपनियों का बहुत ही तगड़ा है.

Starlink vs Jio-Airtel: जिओ- एयरटेल से है काफी अलग

एक वजह यह भी है कि जियो और एयरटेल का जो नेटवर्क और कनेक्टिविटी मॉडल है वह पूरी तरह से अलग है. स्टारलिंक की सेटेलाइट आधारित इंटरनेट सेवा का खर्च भारतीय बाजार के हिसाब से काफी अधिक हो सकता है.

जब तक कंपनी अपने प्लान को प्रतिस्पर्धी स्तर पर नहीं लाती है तब तक जियो और एयरटेल (Starlink vs Jio-Airtel) के इससे प्रभावित होने की संभावना बहुत कम है. भले ही स्टारलिंक का भारत में प्रवेश निश्चित रूप से एक दिलचस्प पहलू है लेकिन इसकी सफलता भारतीय बाजार में संभावनाओं और चुनौतियों के बीच टिकी हुई है.

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