क्या आपने कभी सोचा है कि आपके स्मार्टफोन की गैलरी में सेव की गई तस्वीरें कितनी सुरक्षित हैं? एक तस्वीर, जो सिर्फ़ एक पल की याद लगती है, आज आपकी सबसे बड़ी डिजिटल संपत्ति या खतरा बन सकती है। यह सिर्फ़ छुट्टियों की तस्वीरें या पारिवारिक समारोहों की यादें नहीं हैं, बल्कि ये आपके डिजिटल जीवन का एक आइना हैं, पासवर्ड के स्क्रीनशॉट, बैंक डिटेल्स की तस्वीरें, या शायद आपके क्रिप्टो वॉलेट के रिकवरी वाक्यांश। ये सभी चीजें एक हमलावर के लिए सोने की खान हो सकती हैं। हाल ही में, साइबर सुरक्षा फर्म कैस्परस्की के शोधकर्ताओं ने एक ऐसे ही ख़तरनाक मैलवेयर का पता लगाया है, जिसे स्पार्ककिट्टी नाम दिया गया है। यह मैलवेयर चुपके से आपके फ़ोन में घुसकर आपकी तस्वीरों को चुरा लेता है, जिससे आपकी निजी जानकारी दांव पर लग जाती है।

स्पार्ककिट्टी क्या है और यह इतना खतरनाक क्यों है?

स्पार्ककिट्टी एक प्रकार का ट्रोजन हॉर्स मैलवेयर है, जिसे विशेष रूप से स्मार्टफोन पर मौजूद तस्वीरों और स्क्रीनशॉट को चुराने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह वायरस Android और iPhone दोनों तरह के डिवाइस को अपना निशाना बना सकता है। इसकी सबसे बड़ी खतरनाक बात यह है कि आज के डिजिटल युग में, लोग अक्सर महत्वपूर्ण जानकारी जैसे बैंक खाते की जानकारी या क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट की डिटेल्स को स्क्रीनशॉट के रूप में सेव कर लेते हैं। स्पार्ककिट्टी इन संवेदनशील तस्वीरों को निशाना बनाता है, जिससे हमलावर आसानी से आपके खातों और क्रिप्टो वॉलेट तक पहुंच सकते हैं और आपकी सारी संपत्ति चुरा सकते हैं।

स्पार्ककिट्टी

यह मैलवेयर आपके डिवाइस तक कैसे पहुंचता है?

स्पार्ककिट्टी मैलवेयर के आपके डिवाइस में प्रवेश करने के दो मुख्य रास्ते हैं:

  1. असुरक्षित डिजिटल स्थान: यह वायरस अक्सर संदिग्ध वेबसाइटों, दुर्भावनापूर्ण विज्ञापनों, फ़िशिंग ईमेल या हैकर फ़ोरम के माध्यम से फैलता है। ये ऐसे अनियंत्रित डिजिटल स्थान हैं जहां आपको बहुत सावधानी बरतनी चाहिए।

  2. आधिकारिक ऐप स्टोर: चौंकाने वाली बात यह है कि यह मैलवेयर Google Play Store और Apple के App Store पर मौजूद सामान्य ऐप्स में भी छिपा हो सकता है। यह ऐप स्टोर के स्वचालित स्कैनिंग सिस्टम को चकमा देने के लिए इस तरह से डिज़ाइन किया गया है। जब कोई उपयोगकर्ता ऐसे किसी ऐप को डाउनलोड करता है, तो अनजाने में वह स्पार्ककिट्टी का शिकार बन जाता है।

स्पार्ककिट्टी किसे निशाना बना रहा है?

रिपोर्ट्स के अनुसार, यह मैलवेयर मुख्य रूप से दक्षिण-पूर्व एशिया और चीन के उपयोगकर्ताओं को लक्षित कर रहा है। इसका कारण संभवतः इन क्षेत्रों में डिजिटल लेन-देन और संवेदनशील जानकारी को डिजिटल रूप में सहेजने का बढ़ता चलन है। यह वायरस आपकी गैलरी से बैंक खाते की जानकारी या क्रिप्टो वॉलेट के रिकवरी वाक्यांश वाले स्क्रीनशॉट चुराकर तुरंत हमलावरों को फायदा पहुंचाता है।

यह मैलवेयर काम कैसे करता है?

स्पार्ककिट्टी को क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग और जुए से जुड़े ऐप्स के अलावा, वयस्क ऐप्स और लोकप्रिय वीडियो ऐप टिकटॉक के संशोधित संस्करणों में भी पाया गया है।

एक बार जब आप संक्रमित ऐप इंस्टॉल कर लेते हैं, तो स्पार्ककिट्टी सबसे पहले आपकी फोटो गैलरी तक पहुंच की अनुमति मांगता है। अनुमति मिलते ही, यह आपके फ़ोन से सभी तस्वीरें और स्क्रीनशॉट चुराना शुरू कर देता है और उनका एक स्थानीय डेटाबेस बना लेता है। इसके बाद, यह इन सभी तस्वीरों को एक दूरस्थ सर्वर पर अपलोड कर देता है, जहां से हमलावर उन्हें एक्सेस कर सकते हैं।

अपलोड होने के बाद, हैकर्स चुराई गई तस्वीरों को स्कैन करते हैं। वे खास तौर पर क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के रिकवरी वाक्यांशों वाले स्क्रीनशॉट की तलाश करते हैं। अगर उन्हें ये मिल जाते हैं, तो वे तुरंत आपके बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टो एसेट्स चुरा लेते हैं। इसी तरह, अगर उन्हें तस्वीरों में बैंक खाते की संख्या या अन्य संवेदनशील जानकारी मिलती है, तो वे उसका भी तुरंत फायदा उठाते हैं।

स्पार्ककिट्टी मैलवेयर

खुद को सुरक्षित रखने के कुछ आसान तरीके

स्पार्ककिट्टी जैसे खतरों से बचने के लिए, आप कुछ महत्वपूर्ण कदम उठा सकते हैं:

  • संवेदनशील जानकारी की तस्वीरें लेने से बचें: अपनी बैंक डिटेल्स, पासवर्ड, या किसी भी गोपनीय जानकारी का स्क्रीनशॉट या फोटो लेने की आदत को तुरंत छोड़ दें।

  • केवल विश्वसनीय स्रोतों से ऐप डाउनलोड करें: ऐप स्टोर और गूगल प्ले स्टोर का ही उपयोग करें। अज्ञात या तृतीय-पक्ष ऐप स्टोर से दूरी बनाए रखें।

  • ऐप अनुमतियों की समीक्षा करें: किसी भी ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसकी रेटिंग, डेवलपर की प्रतिष्ठा और मांगी गई अनुमतियों की जांच जरूर करें। अगर कोई ऐप अनावश्यक अनुमति मांगता है, तो सावधान रहें।

  • बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण का उपयोग करें: अपने बैंक और वित्तीय ऐप्स के लिए फिंगरप्रिंट या चेहरे की पहचान जैसे बायोमेट्रिक सुरक्षा का उपयोग करें।

  • नियमित रूप से अपनी गैलरी की सफाई करें: उन तस्वीरों को हटा दें जिनमें कोई भी संवेदनशील जानकारी हो।

आज, साइबर हमले केवल आपके लॉगिन क्रेडेंशियल्स तक सीमित नहीं हैं। स्पार्ककिट्टी यह साबित करता है कि हमलावर अब आपके द्वारा देखे गए स्क्रीनशॉट, सेव किए गए डेटा, और आपके द्वारा संग्रहीत छवियों पर भी नजर रख रहे हैं। यह स्पार्ककैट नामक एक पुराने मैलवेयर का ही एक और रूप है, जो OCR (ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकग्निशन) का उपयोग करके क्रिप्टोकरेंसी रिकवरी वाक्यांशों को निशाना बनाता था।

आपका स्मार्टफोन अब सिर्फ़ एक कम्युनिकेशन डिवाइस नहीं है; यह आपकी पूरी डिजिटल पहचान का केंद्र है। इसलिए, अपनी गैलरी को साफ़ और सुरक्षित रखना उतना ही जरूरी है जितना अपने घर के दरवाजों को ताला लगाना।

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