GDP growth पर आई नई रिपोर्ट, Global Economy से पड़ेगा ये असर

By Komal |

24 Jun 2025, 06:57 PM

S&P Global Ratings ने मंगलवार को Current Financial Year 2025-26 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) वृद्धि अनुमान को बढ़ाकर 6.5 फीसदी कर दिया। रेटिंग एजेंसी ने सामान्य मानसून, Crude Oil की कम कीमतों और मौद्रिक नरमी को ध्यान में रखते हुए आज जारी एशिया प्रशांत आर्थिक परिदृश्य में वृद्धि दर का अनुमान बढ़ा दिया है।

S&P Global Ratings ने दी जानकारी

हालांकि, S&P Global Ratings ने पश्चिम एशिया में जारी तनाव के कारण Global Economy को खतरे की आशंका भी जताई है। S&P Global Ratings ने पिछले महीने वैश्विक अनिश्चितताओं और अमेरिकी टैरिफ झटकों का हवाला देते हुए चालू वित्त वर्ष 2025-26 के लिए भारत के आर्थिक विकास अनुमान को 20 आधार अंकों (0.20 फीसदी) घटाकर 6.3 फीसदी कर दिया था।

बढ़ सकती है कच्चे तेल की कीमत

एजेंसी ने अपने ताजा अनुमान में कहा कि अगर पश्चिम एशिया में संघर्ष लंबा खिंचता है तो इससे तेल की कीमतें बढ़ सकती हैं, जिसका असर एशिया प्रशांत महासागर क्षेत्र के आर्थिक विकास पर पड़ेगा। भारत अपनी कच्चे तेल की 90 फीसदी जरूरतों के लिए आयात पर निर्भर है और अपनी प्राकृतिक गैस का करीब आधा हिस्सा विदेशों से खरीदता है। S&P Global ने कहा कि घरेलू मांग में लचीलापन भारत जैसी कमोडिटी निर्यात से कम जुड़ी अर्थव्यवस्थाओं में आर्थिक मंदी को सीमित करने में विशेष रूप से प्रासंगिक है।

भारत के लिए अपार संभावनाएं

S&P Global ने कहा कि हमें लगता है कि 31 मार्च 2026 को समाप्त होने वाले Financial Year 2025-26 में भारत की GDP Growth Rate 6.5 प्रतिशत होगी। इस पूर्वानुमान में सामान्य मानसून, कच्चे तेल की कम कीमतें, आयकर छूट और मौद्रिक सहजता शामिल हैं। भारत के लिए S&P Global का नवीनतम विकास पूर्वानुमान इस महीने की शुरुआत में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा व्यक्त किए गए 6.5 प्रतिशत के अनुमान के अनुरूप है।