तेजी से बढ़ रहे Diesel-Petrol के दामों की वजह से भारत में इसके ऑप्शन काफी तेजी से खोजे जा रहे हैं। पहले CNG को ऑप्शन बनाया गया, जो कि काफी ऊंची कीमत में मिलने लगी है। इसके बाद इलेक्ट्रिक कारें धूम मचा रही हैं और यह ईको-फ्रेंडली भी है। इस बीच देश में Solar Powered Car ने भी एंट्री मार दी है।

Vayve Eva Solar Car बिल्कुल ईवी की तरह ही दिखती है, बस इसे सोलर पैनल से भी सपोर्ट मिलती है, जो कि गाड़ी की रेंज बढ़ाने में काफी मददगार साबित होगी। इसे एक छोटे स्टार्टअप ने तैयार किया है। ऐसे में इस आर्टिकल में यह चर्चा करने वाले हैं कि Vayve Eva Solar Car कैसी और क्यों बड़ी कंपनियां सोलर पावर्ड कारों की तरफ रूख नहीं कर रही हैं।

जानिए कितनी खास है पहली सोलर पावर्ड कार

हाल ही में संपन्न हुए Auto Expo 2025 में देश की पहली सोलर पावर्ड कार Vayve Eva Solar Car को पेश किया गया। इसकी एक्स-शोरूम प्राइस 3.25 लाख रूपए रखी गई है। टॉप स्पीड की बात करें तो 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भाग सकती है।

यह सिंगल चार्ज में 250 किलोमीटर तक की Range देने में सक्षम है। इस कार में 3 लोग बड़े आराम से बैठ सकते हैं। फीचर्स की बात करें तो इसमें लिक्विड बैटरी कूलिंग के साथ पैनोरमिक सनरूफ, लैपटॉप चार्जर, एप्पल कारप्ले, एंड्रॉयड ऑटो सपोर्ट के साथ इंफोटेनमेंट सिस्टम और स्पीड सेसिंग डोर लॉक जैसे धांसू फीचर्स दिए गए हैं।

दिग्गज कंपनियां क्यों नहीं दिखा रहीं दिलचस्पी

Vayve Eva Solar Car मार्केट में दस्तक दे चुकी है लेकिन दिग्गज ऑटोमोबाइल कंपनियां सोलर पावर्ड कारों की ओर रूचि नहीं दिखा रही हैं। कहा जा रहा है कि सोलर कारों को तैयार करना अन्य गाड़ियों के मुकाबले काफी महंगी और जटिल प्रक्रिया है। इसमें सोलर पैनल, हाई एफिशिएंसी वाली बैटरी, कार्बन फाइबर जैसे मैटेरियल की कीमत काफी ज्यादा है।

ऐसे में ज्यादा कीमत होने की वजह से ग्राहक भी इसे खरीदने से कतरा सकते हैं। इसके अलावा यह कारें धूप में अधिक कारगर है। लगातार मौसम में बदलाव की वजह से भी इन कारों को मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है। सर्दियो और मानसून के दौरान तो कई दिनों तक धूप निकलती ही नहीं है।

Vayve Eva Solar Car : ईवी और हाइब्रिड पर है फोकस

टाटा मोटर्स, मारूति सुजुकी और टोयोटा जैसी कंपनियों का पूरा ध्यान इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों पर है। यह प्रदूषण कम करने में काफी कारगर हैं और ग्राहक भी इसे पसंद कर रहे हैं। यह सोलर कारों की तुलना में ज्यादा व्यवहारिक माने जाते हैं। ऐसे में कंपनियां Solar Powered Cars में दिलचस्पी नहीं दिखा रही हैं।

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