Second Hand Car: आज के समय में देखा जाए तो कई ऐसे लोग हैं जिन्हें सेकंड हैंड गाड़ियों को खरीदने का काफी शौक रहता है या फिर 5-6 बार यूज की हुई कार को खरीदना लोग फायदे का सौदा समझते हैं, क्योंकि आपको यह आधे से भी कम दाम में मिल जाती है और आपको इसके लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ता है, लेकिन कई बार इस्तेमाल की हुई गाड़ी खरीदने पर आपके साथ फ्रॉड भी हो सकता है और हो सकता है कि आपको एक्सीडेंटल कार बेच दिया जाए.

इसके लिए यह जरूरी है कि जब भी आप सेकंड हैंड कार (Second Hand Car) खरीदने जाए तो कुछ बातों का ध्यान रखें

Second Hand Car: चेक करें गाड़ी की हिस्ट्री

आप अगर सेकंड हैंड गाड़ी (Second Hand Car) खरीद रहे हैं तो सबसे जरूरी है कि आप ओनरशिप और सर्विस रिकॉर्ड जरूर देखें जिससे पता चल जाएगा की गाड़ी की मेंटेनेंस किस तरह से हुई है. आपको यहां पर यह जानकारी भी मिल जाएगी कि कार का एक्सीडेंट हुआ है या नहीं.

इंजन और गियर बॉक्स की जांच जरूरी

जिस तरह हम किसी भी गाड़ी को खरीदने के समय उसके इंजन की जांच करते हैं तो यहां भी आपके लिए यह महत्वपूर्ण है कि गियर शिफ्टिंग का स्मूद, ऑयल लीक जैसी जरूरी चीज आपको जरूर देखनी होगी. अगर आपके पास कोई अच्छा मैकेनिक है तो वह सारी चीज आपको चेक करके बता सकता है.

कार की बॉडी और पेंट की जाँच करे

आप सेकंड हैंड गाड़ी (Second Hand Car) खरीदने से पहले उसकी बॉडी की अच्छी तरह से जांच कर ले कि कहीं पर किसी तरह का स्क्रैच तो नहीं है या फिर आपको कहीं पेट में फर्क नजर आए तो यह संभव हो सकता है की गाड़ी आपको रिपेयर करके बेची जा रही है. साथ ही साथ पेंट की क्वालिटी से भी पता चल जाता है कि गाड़ी कितनी ज्यादा डैमेज हुई है.

टायर और सस्पेंशन की जांच करें

टायर का जांच करना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि आपको इससे पता चलेगा की गाड़ी कितनी ज्यादा चली है या नहीं और सस्पेंशन की जांच के लिए आपको कार को टेस्ट ड्राइव पर हल्के ऊबर खाबर रास्ते पर ले जाना होगा, जिससे इसके बारे में आपको पूरी जानकारी मिल जाती है, तभी जाकर आप किसी भी सेकंड हैंड और यूज्ड गाड़ी को खरीदने के लिए अपनी सहमति दे.

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