ATM Cash Withdrawal के मामले में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने सबसे अधिक कमाई की है, जबकि Public Sector के बैंकों का ATM Cash Withdrawal के मामले में बुरा हाल रहा और उन्हें भारी नुकसान झेलना पड़ा है। शुक्रवार 28 फरवरी को ATM Cash Withdrawal को लेकर केंद्र सरकार ने यह जानकारी साझा की है।

ATM Cash Withdrawal से SBI ने की इतनी कमाई

Withdrawal को लेकर केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए डेटा के मुताबिक पिछले पांच सालों में Withdrawal से SBI ने 2,043 करोड़ रूपए का मुनाफा कमाया है। इससे इतर Public Sector Banks (PSB) को 3,738.78 करोड़ रूपए का भारी-भरकम घाटा हुआ है। शुक्रवार को वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने यह चौंकाने वाला डेटा शेयर किया है।

पब्लिक बैंकों की तुलना में किया बेहतर प्रदर्शन

लोकसभा में दिए गए जवाब में वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने बताया कि SBI के अलावा सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और केनरा बैंक ने Withdrawal के मामले में मुनाफा कमाया है। पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने 90.33 करोड़ रूपए और केनरा बैंक ने 31.42 करोड़ रूपए का मुनाफा दर्ज किया है। सामने आए आंकड़ों से साफ है कि Public Sector के बैंकों की तुलना में State Bank of India ने ATM से कैश निकालने के मामले में काफी बेहतर प्रदर्शन किया है।

ATM Cash Withdrawal पर लगता है कितना चार्ज

वित्त राज्य मंत्री ने लोकसभा में जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के दिशा-निर्देशों के मुताबिक, हर महीने Customer पांच बार बिना किसी शुल्क के अपने Cash Withdrawal कर सकते हैं। इसके अलावा अन्य बैंकों के ATM भी तय संख्या के आधार पर ही Free Cash Withdrawal की सुविधा ग्राहकों को देते हैं। मेट्रो सेंटर्स में तीन लेनदेन और नॉन मेट्रो सेंटर्स में पांच बार Withdrawal की सुविधा दी जाती है।

इसके अलावा अगर कोई ग्राहक से कैश निकालने के लिए करता है तो उसे संबंधित Bank Board द्वारा लागू की गई नीतियों के अनुसार ही हर लेनदेन पर चार्ज देना होगा। अधिकतम राशि की बात करें तो यह 21 रूपए तक हो सकता है। इसके अलावा अगर कोई Tax भी है तो उसे भी लेनदेन करने वाले ग्राहक को चुकाना पड़ेगा।

यह भी पढ़ेंः-अमेरिका में मंदी आने पर भारत हो जाएगा मालामाल, जानिए कैसे