नई दिल्लीः भारत में मोबाइल चोरी और फर्जी सिम की समस्या से निपटने के लिए शुरू किया गया Sanchar Saathi प्लटफॉर्म अब शानदार नतीजे दे रहा है। 2025 तक 20.36 लाख से अधिक खोए या चोरी हुए फोन ट्रैक किए जा चुके हैं, और एक रिपोर्ट के अनुसार 4.64 लाख फोन अपने मालिकों तक वापस पहुँचे हैं।


भारत में हर साल लाखों मोबाइल फोन चोरी या गुम हो जाते हैं। इसके साथ ही फर्जी सिम कनेक्शन और धोखाधड़ी कॉल्स की समस्या भी बढ़ रही है। सरकार ने इन चुनौतियों से निपटने के लिए संचार साथी प्लटफॉर्म लॉन्च किया, जो अब नागरिकों के लिए एक विश्वसनीय साथी बन गया है। दूरसंचार राज्य मंत्री चंद्रशेखर पेम्मासानी ने हाल ही में बताया कि इस प्लटफॉर्म ने 33.5 लाख से अधिक संदिग्ध मोबाइल डिवाइस को ब्लॉक किया है, जिससे डिजिटल सुरक्षा को नया बल मिला है।

Sanchar Saathi उपलब्धियां: आंकड़ों में संचार साथी की सफलता

20.36 लाख फोन ट्रैक: चोरी या गुम हुए मोबाइल फोन को ट्रैक करने में संचार साथी ने बड़ी कामयाबी हासिल की है।
4.64 लाख फोन रिकवर: लगभग 22.9% ट्रैक किए गए फोन अपने मालिकों तक वापस पहुँचे।
33.5 लाख डिवाइस ब्लॉक: फर्जी कनेक्शन और संदिग्ध डिवाइस को ब्लॉक कर धोखाधड़ी पर लगाम।
चक्षु पोर्टल की सक्रियता: फर्जी इंटरनेशनल कॉल्स और SMS की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई।
Sanchar Saathi कैसे काम करता है?

Sanchar Saathi एक डिजिटल प्लटफॉर्म है, जो वेबसाइट (sancharsaathi.gov.in) और मोबाइल ऐप के जरिए उपलब्ध है। यह नागरिकों को कई सेवाएँ प्रदान करता है:

मोबाइल चोरी की रिपोर्ट: अपने फोन के IMEI नंबर के साथ चोरी की शिकायत दर्ज करें।

फर्जी सिम की जाँच: अपने नाम पर जारी अनजान सिम कनेक्शनों की जानकारी लें।
धोखाधड़ी कॉल्स की शिकायत: फर्जी कॉल्स या SMS की तुरंत रिपोर्ट करें।
डिवाइस वेरिफिकेशन: फोन असली है या नकली, इसकी जाँच करें।
चक्षु पोर्टल: फर्जी कॉल्स पर नकेल

Sanchar Saathi का चक्षु पोर्टल विशेष रूप से फर्जी इंटरनेशनल कॉल्स, SMS, और ईमेल की शिकायतों के लिए बनाया गया है। दिल्ली के साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ अमित शर्मा बताते हैं, “कई बार विदेशी नंबर भारतीय नंबर की तरह दिखते हैं, जिससे लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं। चक्षु पोर्टल ऐसी धोखाधड़ी को रोकने में कारगर है।”

स्थानीय प्रभाव: दिल्ली-NCR में संचार साथी की भूमिका

दिल्ली-NCR जैसे महानगरों में मोबाइल चोरी की घटनाएँ आम हैं। स्थानीय पुलिस के अनुसार, संचार साथी की मदद से 2024-25 में दिल्ली में 12,000 से अधिक फोन ट्रैक किए गए, जिनमें से 3,200 फोन मालिकों को लौटाए गए। यह न केवल नागरिकों का भरोसा बढ़ाता है, बल्कि पुलिस के लिए भी जांच प्रक्रिया को आसान बनाता है।

मोबाइल चोरी होने पर क्या करें?

अगर आपका मोबाइल फोन चोरी या गुम हो जाए, तो तुरंत निम्नलिखित कदम उठाएँ:

IMEI नंबर नोट करें: फोन का IMEI नंबर बिल या बॉक्स पर होता है। इसे हमेशा सुरक्षित रखें।
संचार साथी पर शिकायत दर्ज करें: वेबसाइट या ऐप पर जाकर चोरी की रिपोर्ट करें।
पुलिस में FIR दर्ज करें: यह रिकवरी प्रक्रिया में मदद करता है।
सिम कार्ड ब्लॉक करें: अपने टेलीकॉम ऑपरेटर से संपर्क करें।

टिप: नया फोन खरीदते समय IMEI नंबर को डिजिटल या लिखित रूप में संभालकर रखें, ताकि चोरी होने पर तुरंत शिकायत दर्ज हो सके।

विशेषज्ञ राय: डिजिटल सुरक्षा का भविष्य

मुंबई के साइबर सुरक्षा विश्लेषक डॉ. रीता मेहता कहती हैं, “Sanchar Saathi जैसे प्लटफॉर्म भारत को डिजिटल रूप से सुरक्षित बनाने की दिशा में मील का पत्थर हैं। लेकिन नागरिकों को भी जागरूक होना होगा। फर्जी कॉल्स से बचने के लिए अनजान नंबरों पर व्यक्तिगत जानकारी न दें।”

Sanchar Saathi ने भारत में मोबाइल चोरी और फर्जी कनेक्शनों की समस्या पर प्रभावी नियंत्रण किया है। 20 लाख से अधिक फोन ट्रैक और 4.64 लाख फोन की रिकवरी इसका प्रमाण है। आप भी इस प्लटफॉर्म का उपयोग कर अपनी डिजिटल सुरक्षा सुनिश्चित करें।

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