Sanchar Saathi Portal : मोबाइल फोन हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है, संचार से लेकर बैंकिंग, पढ़ाई से लेकर पहचान तक, सब कुछ इसी एक डिवाइस से जुड़ा है। ऐसे में जब यह डिवाइस खो जाए या चोरी हो जाए, तो व्यक्ति न केवल आर्थिक नुकसान झेलता है, बल्कि मानसिक रूप से भी परेशान हो जाता है। लेकिन अब, भारत सरकार की एक क्रांतिकारी पहल संचार साथी पोर्टल (Sanchar Saathi Portal) इस परेशानी का समाधान बनकर उभरा है।

Sanchar Saathi Portal क्या है?

संचार साथी, दूरसंचार विभाग द्वारा लॉन्च किया गया एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जिसका उद्देश्य मोबाइल फोन यूजर्स को सशक्त बनाना और उनकी डिवाइस-संबंधी समस्याओं का समाधान करना है। यह पोर्टल विशेष रूप से खोए या चोरी हुए मोबाइल फोन को ट्रैक करने और ब्लॉक करने की सुविधा देता है।

मुख्य विशेषताएं:

  • CEIR (Central Equipment Identity Register): IMEI आधारित ट्रैकिंग और नेटवर्क ब्लॉकिंग

  • TAFCOP: फर्जी मोबाइल कनेक्शन की पहचान

  • Know Your Mobile (KYM): IMEI वैधता की जांच

Sanchar Saathi Portal: डिवाइस ट्रैकिंग की प्रक्रिया, सिर्फ कुछ क्लिक में सुरक्षा

  1. SancharSaathi.gov.in पर जाएं।

  2. "CEIR Services" टैब पर क्लिक करें।

  3. ‘Block Stolen/Lost Mobile’ विकल्प चुनें।

  4. FIR नंबर, मोबाइल नंबर, IMEI और अन्य विवरण भरें।

  5. सफल पंजीकरण के बाद, नेटवर्क ऑपरेटर डिवाइस को ब्लॉक कर देता है।

यदि आपका डिवाइस वापस मिल जाता है, तो आप "Unblock Found Mobile" सुविधा का उपयोग कर सकते हैं।

Sanchar Saathi Portal : ये क्यों महत्वपूर्ण है?

आज के दौर में मोबाइल डेटा में बैंकिंग ऐप्स, व्यक्तिगत फोटो, सोशल मीडिया लॉगिन्स और महत्वपूर्ण दस्तावेज मौजूद होते हैं। ऐसे में सिर्फ डिवाइस नहीं, आपकी डिजिटल पहचान भी खतरे में पड़ सकती है। संचार साथी पोर्टल न केवल आपका डिवाइस वापस लाने में मदद करता है, बल्कि साइबर धोखाधड़ी को भी रोकता है।

आंकड़े और उपलब्धियां

1. CEIR: चोरी हुआ मोबाइल अब सिर्फ एक ईंट

Central Equipment Identity Register (CEIR) के ज़रिए कोई भी उपयोगकर्ता अपने खोए हुए मोबाइल की IMEI को ब्लॉक कर सकता है। इससे वह डिवाइस किसी भी नेटवर्क पर काम नहीं करेगा।

  • अब तक 34,46,707 मोबाइल ब्लॉक किए जा चुके हैं

  • 20,95,412 मोबाइल ट्रेस किए गए हैं

  • 4,91,204 रिकवर किए गए हैं

यह तकनीक मोबाइल चोरों के लिए भारत को एक "नो-यूज़ जोन" बना रही है।

2. TAFCOP: आपकी पहचान, आपके नियंत्रण में

Telecom Analytics for Fraud Management and Consumer Protection (TAFCOP) आपको आपके नाम पर जारी सभी मोबाइल कनेक्शनों की सूची दिखाता है। यदि कोई नंबर आपकी जानकारी के बिना चालू है, तो आप उसे रिपोर्ट कर सकते हैं।

  • अब तक 2 करोड़ से अधिक उपयोगकर्ताओं ने इसका लाभ उठाया

  • 1.76 करोड़ से अधिक मामलों में कार्रवाई की गई

  • 23,11,898 मामले प्रोग्रेस हैं

यह सेवा डिजिटल पारदर्शिता और आत्म-निर्भरता का प्रतीक है।

3. CHAKSHU: जब आप खुद बनें साइबर प्रहरी

CHAKSHU एक ऐसा फीचर है जो उपयोगकर्ताओं को संदिग्ध कॉल्स और मैसेज की रिपोर्ट करने की सुविधा देता है।

  • अब तक 3.6 लाख से अधिक शिकायतें दर्ज की गईं

  • 27 लाख से अधिक मोबाइल कनेक्शन पर कार्रवाई की गई

यह सामूहिक साइबर सुरक्षा की दिशा में एक बड़ा कदम है।

भविष्य की संभावनाएं और सुधार

इस प्लेटफॉर्म की सफलता को देखते हुए, सरकार अब इसमें AI-आधारित ट्रैकिंग, QR कोड लिंकिंग, और डिजिटल FIR पंजीकरण जैसी सुविधाओं को जोड़ने की योजना बना रही है। इससे यह सेवा और भी कुशल और सुलभ हो जाएगी।

"संचार साथी न केवल तकनीक का उत्कृष्ट उपयोग है, बल्कि यह डिजिटल नागरिक अधिकारों की रक्षा का भी प्रतीक है। यह साइबर सुरक्षा को आम आदमी के लिए सुलभ बनाता है।"

- साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ

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