नई दिल्लीः देश में कुल कार बिक्री में Electric cars (EV) की हिस्सेदारी पिछले साल के 2.6 फीसदी से बढ़कर 4 फीसदी से ज्यादा हो गई है। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) की ओर से जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली।
इन कंपनियों ने बनाया रिकॉर्ड
इस साल मई में कुल बिक्री में Electric Passenger Vehicles की हिस्सेदारी अप्रैल के 3.5 फीसदी की तुलना में 0.5 फीसदी बढ़ी, जो दर्शाता है कि ग्राहकों के बीच EV तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। रिटेल डेटा के मुताबिक, मई में 12,304 Electric cars बिकीं, जबकि मई 2024 में यह संख्या महज 8,029 यूनिट थी। इस साल अप्रैल में Electric cars की बिक्री 12,233 यूनिट रही।
Tata Motors रही टॉप पर
FADA के सीईओ सहर्ष दमानी ने कहा कि यह हमारे उद्योग के विद्युतीकरण में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह वृद्धि बैटरी तकनीक में सुधार, बेहतर रेंज और पहले की तुलना में इलेक्ट्रिक मॉडलों की लागत में कमी के कारण है। Tata Motors ने मई के दौरान 4,351 यूनिट बेचकर इलेक्ट्रिक कार सेगमेंट में अपनी बाजार अग्रणी स्थिति बनाए रखी। दूसरे स्थान पर मौजूद JSW MG Motor ने मई में 3,765 Electric cars बेचीं, जबकि Mahindra & Mahindra इस महीने 2,632 यूनिट बेचकर तीसरे स्थान पर रही।
Electric cars पर FADA की रिपोर्ट
FADA के आंकड़ों के अनुसार, इन शीर्ष तीन इलेक्ट्रिक कार कंपनियों की इस सेगमेंट में कुल बिक्री में 87 प्रतिशत से अधिक की हिस्सेदारी है। FADA का अनुमान है कि दुर्लभ पृथ्वी खनिजों की आपूर्ति में व्यवधान के कारण संपूर्ण वैश्विक EV सिस्टम प्रभावित हो सकता है। इसके कारण EV के उत्पादन में कमी आ सकती है, जिसका असर खुदरा बिक्री पर भी पड़ सकता है।
दुर्लभ पृथ्वी खनिजों की आपूर्ति में दबदबा रखने वाले चीन ने हाल ही में इनके निर्यात पर कुछ प्रतिबंध लगाने शुरू किए हैं। इससे Supply Chain की समस्याओं का खतरा बढ़ गया है। केंद्र सरकार ने भारत में वैश्विक कार निर्माताओं से Electric Vehicles सेगमेंट में निवेश आकर्षित करने के लिए एक नई योजना शुरू की है । इस योजना का उद्देश्य भारत को इलेक्ट्रिक कार सेगमेंट में वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में विकसित करना है।
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