Reliance Jio IPO: रिलायंस जिओ देश की इस वक्त सबसे बड़ी टेलीकॉम प्रोवाइडर कंपनी बन चुकी है. काफी लंबे समय से जियो के आईपीओ का इंतजार किया जा रहा था और अब यह इंतजार जितना ही लंबा था, उतना ही ज्यादा बड़ा इसका आईपीओ होने वाला है.
हालांकि अभी तक इसकी तारीख सामने नहीं आई है लेकिन यह बताया जा रहा है कि जिओ इस आईपीओ (Reliance Jio IPO) के जरिए लगभग 6 बिलियन डॉलर जुटा सकती है. अगर वाकई में ऐसा होता है तो यह अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ बन जाएगा. अपने इस आईपीओ के जरिए रिलायंस जिओ 100 बिलियन डॉलर वैल्यूएशन हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रहा है.
Reliance Jio IPO: इस कारण हुई देरी
आपको बता दे कि रिलायंस जिओ की इस आईपीओ (Reliance Jio IPO) के लेट से आने के चलते रिलायंस के शेयर में भी काफी ज्यादा नर्मी नजर आ रही हैं और कारोबार पूरी तरह से धीमा पड़ गया है. फिर भी यह उम्मीद है कि निवेशक रिलायंस की ओर तेजी से बढ़ेगे और अच्छा रिटर्न यह शेयर दे सकता है.
कोरोना से पहले साल 2019 में ही मुकेश अंबानी ने आने वाले 5 सालों में रिलायंस जियो और रिलायंस रिटेल को स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट करने की घोषणा की थी, लेकिन किसी कारणवश इसमें देरी हो रही है.
आपको बता दे की सीएल्एसए ने जिओ और रिटेल के चलते होने वाले वैल्यू अनलॉकिंग और नए एनर्जी बिजनेस के तेल व केमिकल्स बिजनेस के साइज जितना बड़ा होने की संभावना के चलते रिलायंस के स्टॉक का 2186 का टारगेट दिया है जो कि मौजूदा लेवल 1267 रुपए से 72.50 है.
इस दिन होगी लिस्टिंग
माना जा रहा है कि आईपीओ (Reliance Jio IPO) 2025 के दूसरी या तीसरी तिमाही में लॉन्च किया जा सकता है, जिसका खुद ऐलान मुकेश अंबानी ने किया था. आईपीओ में प्रमोटर्स अपनी 5 फीसदी तक की हिस्सेदारी बेच सकते हैं.
अगर सेबी के नियमों पर एक नजर डालें तो आईपीओ के लॉन्च करने के समय प्रमोटर्स के लिए कम से कम पांच फीसदी हिस्सेदारी को बचाना जरूरी है. माना जा रहा है कि रिलायंस जिओ का आईपीओ आने के बाद रिलायंस रिटेल का आईपीओ भी बहुत जल्द आ सकता है.