केंद्र सरकार को जल्द ही भारतीय रिजर्व बैंक से 3 लाख करोड़ रुपये का चेक मिल सकता है। अनुमान है कि रिजर्व बैंक अपनी बोर्ड मीटिंग में भारत सरकार को 3 लाख करोड़ रुपये का लाभांश देने को मंजूरी दे सकता है।

अगर ऐसा होता है तो भारत सरकार को पूंजीगत व्यय में काफी राहत मिलेगी। वो भी ऐसे समय में जब भारत सरकार ने 12 लाख तक की आय को कर मुक्त कर दिया है और कर राजस्व में कमी आने की उम्मीद है। इस लाभांश से भारत सरकार को किस तरह से राहत मिलेगी। आइए आपको भी बताते हैं कि लाभांश को लेकर RBI और बाजार से किस तरह की खबरें आ रही हैं।

RBI देगा 3 लाख करोड़ रुपये का चेक

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के केंद्रीय निदेशक मंडल की 23 मई को बैठक होने की संभावना है, जिसमें केंद्रीय बैंक की बैलेंस शीट की वार्षिक समीक्षा की जाएगी और वित्त वर्ष 2025 का अधिशेष कोष सरकार को हस्तांतरित किया जाएगा।

यह कोष 3 लाख करोड़ रुपये तक का हो सकता है, जो पिछले साल के लाभांश से करीब 50 फीसदी ज्यादा है। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक की मुख्य अर्थशास्त्री गौरा सेन गुप्ता ने कहा कि हमारा अनुमान है कि RBI का लाभांश प्रावधान के स्तर के आधार पर 2.6 लाख से 3 लाख करोड़ रुपये के बीच हो सकता है।

कैसे तय होता है लाभांश

रिजर्व बैंक बोर्ड ने 15 मई को आर्थिक पूंजी ढांचे (ईसीएफ) की समीक्षा के लिए एक बैठक भी की। अधिशेष या लाभांश निर्धारित करने में एक महत्वपूर्ण कारक ईसीएफ है, जिसे RBI ने 2019 में अपनाया था। जिसमें जोखिम प्रावधान को RBI की बैलेंस शीट के 6.5-5.5 प्रतिशत के दायरे में बनाए रखने की सिफारिश की थी।

इसके अलावा भुगतान केंद्रीय बैंक द्वारा विभिन्न घरेलू स्रोतों से अर्जित आय पर भी निर्भर करता है। बोर्ड सीआरबी के स्तर पर निर्णय लेता है जिसे केंद्रीय बैंक समीक्षाधीन अवधि के दौरान अर्थव्यवस्था के प्रदर्शन के आधार पर बनाए रखता है और यह सीधे एक वर्ष के दौरान अर्थव्यवस्था की वृद्धि से जुड़ा होता है।

क्या उम्मीद थी ?

सीएसबी बैंक के ग्रुप ट्रेजरी हेड आलोक सिंह ने कहा कि बाजार ने मोटे तौर पर करीब 2.5 लाख करोड़ रुपये के लाभांश को ध्यान में रखा है। इस संख्या में किसी भी वृद्धि का बॉन्ड यील्ड पर असर पड़ेगा। आकस्मिक प्रावधान पिछले साल के समान या उससे अधिक होने की उम्मीद है। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के अनुसार, प्रावधान 42,800 करोड़ रुपये था और इसके 40,000 करोड़ रुपये से 80,000 करोड़ रुपये के बीच रहने की उम्मीद है।

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