रोमन कैथेलिक चर्च के पहले लैटिन अमेरिकी नेता Pop Francis दुनिया से अलविदा कह दिया है. Pop Francis ने सुबह 7 बजकर 35 मिनट पर अंतिम सांस ली. वेटिकन ने उनके निधन की आधिकारिक घोषणा की, पोप फ्रांसिस पिछले काफी समय से निमोनिया बीमारी से जूझ रहे थे.
Pop Francis के 12 साल के शासनकाल में विभाजन और तनाव की स्थिति देखने को मिली थी. वो दकियानूसी संस्थाओं में सुधार करने की कोशिश की थी जिस कारण ही तनाव की स्थिति देखने को मिली थी. वो अपने पीछे काफी संपत्ति छोड़ गए, जिनमें उनकी कुछ कारें भी शामिल हैं.
साल 2013 में Pop Francis ने संभाला था पदः
साल 2013 में Pop Francis ने पद संभाला था. इकोनॉमिक टाइम्स के अनुसार उन्होंने चर्च की ओर से किसी प्रकार का कोई भी पैसा लेने से मना कर दिया था. पहले के पोप को सैलरी दी जाती थ, अब अगर सैलरी की बात की जाए तो इस समय 32 हजार डॉलर यानी 27 लाख 32 हजार रूपये प्रति महीना वेतन है. लेकिन पोप फ्रांसिस ने इन पैसों को लेने से मना कर दिया था, वो इन पैसों को किसी ट्रस्ट, फाउंडेशन या परिवार को दे देते थे.
जानें कितनी है नेटवर्थः
हालांकि पोप फ्रांसिस सैलरी नहीं लेते थे, लेकिन इसके बावजूद उनकी नेटवर्थ करीब 137 करोड़ रूपये हैं. इनमें पांच कारें भी शामिल हैं. जो पोप फ्रांसिस के लिए इस्तेमाल की जाती थी, वो एक जगह से दूसरी जगह इन कारों के माध्यम से ही जाया करते थे.
नहीं लिया पैसाः
Pop Francis का जन्म अर्जेंटीना में हुआ था. उनका नाम जॉर्ज मारियो बर्गोग्लियो था. साल 2013 में वे पहले लैटिन अमेरिकी पोप बने थे. वे हमेशा साधारण जीवन व्यतीत करते थे. वेटिकन ने साल 2001 में कहा था कि उन्होंने पोप बनने से पहले भी चर्च से कभी पैसा नहीं लिया.
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