Onion Price: काफी समय से देखा जाए तो देश में प्याज की कीमतों ने लोगों को रुला कर रखा था, जिस कारण आम आदमी का बजट पूरी तरह से बिगड़ गया था, लेकिन अब सरकार ने प्याज की कीमत (Onion Price) को कंट्रोल करने के लिए एक बहुत ही अच्छी रणनीति अपनाई है और दिल्ली रेलवे स्टेशन पर रेल के जरिए करीब 840 टन बफर प्याज पहुंचाया गया है.
आपको बता दे की 20 अक्टूबर को 1600 टन प्याज कांदा एक्सप्रेस के माध्यम से दिल्ली पहुंची जो रेल मार्ग की दूसरी सबसे बड़ी सप्लाई मानी जा रही है. दिल्ली में देखा जाए तो प्याज 60 से 80 रुपए प्रति किलोग्राम खुदरा कीमत पर चल रही है.
Onion Price: पहली बार सरकार ने अपनाया ये रास्ता
ऐसा पहली बार देखा जा रहा है जब सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों में प्याज (Onion Price) की समय पर और लागत प्रभावी डिलीवरी के लिए रेल परिवहन को अपनाया. सरकार द्वारा 4.7 लाख टन का बफर रबी सत्र के दौरान बनाया गया था.
नासिक के साथ-साथ अन्य केद्रो से सड़क परिवहन के माध्यम से 1.40 लाख टन प्याज भेजा गया है. राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ 22 राज्यों में 104 गंतव्य तक पहुंच चुका है. वही नाफेड 16 राज्यों में 52 स्थानों को अपने दायरे में ले चुका है.
दरअसल बाजार में उपलब्धता को बढ़ाने के लिए अधिकांश हिस्सा आजादपुर मंडी में छोड़ा जाएगा. जबकि स्टॉक का कुछ हिस्सा ₹35 प्रति किलोग्राम की दर से रिटेल बिक्री के लिए जाएगा.
इन राज्यों को मिलेगा फायदा
सरकार के इस पहल से महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और दिल्ली समेत कई प्रमुख राज्यों को कीमत में राहत मिलेगी. सबसे पहले नासिक से रेल रैंक द्वारा 840 मेट्रिक टन प्याज (Onion Price) का ट्रांसपोर्टेशन किया गया जो चेन्नई पहुंचा. उसके बाद नासिक से गुवाहाटी के लिए एक और रेल बुधवार के लिए रवाना हुई जिसमें 840 मेट्रिक टन प्याज था.
सरकार की इस पहल से देश के प्रमुख जगहों पर प्याज के दाम स्थिर हो गए हैं. हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि दाम कम करने की कोशिश के कारण किसानों को काफी ज्यादा नुकसान हो रहा है. किसानों का कहना है कि जब कीमत कम होती है तो सरकार हमें पूछने नहीं आती लेकिन दाम बढ़ते हैं तो उपभोक्ताओं को खुश करने के लिए सरकार इस तरह के तरकीब लगाती है.