भारतीय रेलवे(Indian Railway) ने यात्रियों की कन्फर्म टिकट न मिलने की समस्या को कम करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। रेलवे लगातार सामान्य श्रेणी (GS) के कोचों की संख्या बढ़ाने के प्रयास में जुटा है। इस पहल का उद्देश्य आम यात्रियों के सफर को अधिक सुविधाजनक बनाना और उनकी यात्रा के दौरान बेहतर अनुभव प्रदान करना है।

सामान्य श्रेणी के कोचों की संख्या में वृद्धि

Railway बोर्ड के कार्यकारी निदेशक (सूचना और प्रसार) दिलीप कुमार के अनुसार, जुलाई से अक्टूबर तक रेलवे ने 583 सामान्य श्रेणी के कोच विभिन्न ट्रेनों में जोड़े हैं। नवंबर तक यह संख्या 1,000 से अधिक हो जाएगी, जिससे 370 ट्रेनों में नए कोच जुड़ जाएंगे। इससे हर दिन करीब एक लाख यात्रियों को कन्फर्म सीट मिलने का लाभ होगा। रेलवे ने घोषणा की है कि अगले दो वर्षों में 10,000 से अधिक नॉन-एसी कोचों को बेड़े में शामिल किया जाएगा।

इन सभी नए कोचों को अत्याधुनिक एलएचबी (लिंक हॉफमैन बुश) तकनीक के तहत डिजाइन किया गया है। एलएचबी कोच अधिक सुरक्षित और आरामदायक होते हैं, जो यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। इनमें से 6,000 कोच सामान्य श्रेणी के होंगे, जबकि बाकी स्लीपर क्लास के होंगे।

Railway की भविष्य की योजनाएं और लाभ

Railway की यह पहल न केवल भीड़भाड़ को कम करेगी, बल्कि साधारण वर्ग के यात्रियों को यात्रा के दौरान बेहतर सुविधा भी प्रदान करेगी। इतने बड़े स्तर पर किए जा रहे प्रयासों से रेलवे की विश्वसनीयता और यात्रियों का भरोसा बढ़ेगा। आने वाले समय में यह योजना रेल यात्रा के अनुभव को बदलने और अधिक समावेशी बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।

रेलवे का यह कदम यात्रियों के सफर को किफायती, आरामदायक और सरल बनाने की ओर बढ़ाया गया एक सकारात्मक प्रयास है। इससे लाखों लोगों को फायदा होगा और रेलवे के प्रति उनकी संतुष्टि में वृद्धि होगी।

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