Aadhaar Card: आधार कार्ड आज एक महत्वपूर्ण दस्तावेज बन चुका है, जिसे पहचान और पता प्रमाण के रूप में व्यापक रूप से स्वीकार किया जाता है। चाहे सिम कार्ड खरीदना हो या बैंक खाता खोलना, आधार का उपयोग हर जगह किया जा रहा है। Aadhaar Card इसमें आपका नाम, पता, फोन नंबर और बायोमेट्रिक जानकारी (फिंगरप्रिंट) दर्ज होती है, जो आपकी पहचान को प्रमाणित करती है।
Aadhaar Card का गलत इस्तेमाल
आधार कार्ड (Aadhaar Card) में महत्वपूर्ण जानकारी होती है, इसलिए अगर यह गलत हाथों में चला जाए तो आपको गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। गलत हाथों में आधार पहुंचने पर आपकी व्यक्तिगत जानकारी का दुरुपयोग किया जा सकता है, जिससे पहचान की चोरी या अवैध गतिविधियों में इसका इस्तेमाल हो सकता है। इसलिए, जरूरी है कि आप अपने आधार कार्ड को सुरक्षित रखें और अनाधिकृत व्यक्तियों को इसकी जानकारी न दें।
आधार से जुड़े अपराध और उनकी सजा
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने आधार से जुड़े कई अपराधों की पहचान की है, जिनके लिए सजा का प्रावधान है। आधार से संबंधित 8 प्रमुख अपराधों की जानकारी और उनसे जुड़ी सजा इस प्रकार है:
1. गलत जानकारी देना
अगर कोई व्यक्ति आधार नामांकन के दौरान गलत जनसांख्यिकीय या बायोमेट्रिक जानकारी प्रदान करता है, तो यह अपराध है। इसके लिए 3 साल तक की कैद या 10,000 रुपये तक का जुर्माना, या दोनों हो सकते हैं।
2. पहचान बदलने का प्रयास
Aadhaar Card आधार संख्या होल्डर की पहचान बदलने का प्रयास या ऐसा करने के लिए जनसांख्यिकीय और बायोमेट्रिक जानकारी में बदलाव करना एक अपराध है। इसमें 3 साल तक की कैद और 10,000 रुपये तक का जुर्माना हो सकता है।
3. फर्जी एजेंसी का दिखावा
किसी अधिकृत एजेंसी होने का झूठा दावा करके आधार संबंधी जानकारी इकट्ठा करना अपराध है। ऐसे मामलों में 3 साल तक का कारावास या 10,000 रुपये तक का जुर्माना हो सकता है। अगर अपराधी एक कंपनी है, तो 1 लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है।
4. अनधिकृत व्यक्ति को जानकारी देना
अगर कोई व्यक्ति Aadhaar Card में नामांकन या प्रमाणीकरण के दौरान एकत्रित जानकारी को जानबूझकर अनधिकृत व्यक्ति के साथ साझा करता है, तो उसे 3 साल तक की कैद या 10,000 रुपये तक का जुर्माना हो सकता है। कंपनियों के मामले में 1 लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है।
5. डेटा रिपोजिटरी तक अनधिकृत पहुंच
सेंट्रल आइडेंटिटी डेटा रिपोजिटरी (CIDR) तक अनधिकृत पहुंच बनाना या उसे हैक करना गंभीर अपराध है, जिसके लिए 10 साल तक की कैद और कम से कम 10 लाख रुपये का जुर्माना हो सकता है।
6. डेटा के साथ छेड़छाड़
CIDR में स्टोर डेटा के साथ छेड़छाड़ करना भी एक गंभीर अपराध है। इसके लिए 10 साल तक की कैद और 10,000 रुपये तक का जुर्माना हो सकता है।
7. पहचान जानकारी का अनधिकृत उपयोग
Aadhaar Card में अगर कोई वेरिफिकेशन इकाई या ऑफलाइन वेरिफिकेशन यूनिट व्यक्ति की पहचान की जानकारी का अनधिकृत उपयोग करती है, तो इसे अपराध माना जाएगा। इसके लिए 3 साल तक की कैद या 10,000 रुपये तक का जुर्माना हो सकता है। कंपनी के मामले में 1 लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है।
8. अन्य अपराध
ऐसे अपराध, जिनके लिए विशेष रूप से कोई अन्य सजा का प्रावधान नहीं है, के मामले में 3 साल तक की कैद या 25,000 रुपये तक का जुर्माना हो सकता है। कंपनी के मामले में 1 लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है।