Methaphone : फोन की लत आज की दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल चुनौतियों में से एक बन चुकी है। इसी आदत को तोड़ने और टेक्नोलॉजी की दुनिया से थोड़ी राहत दिलाने के लिए अमेरिका के एक स्टार्टअप Metha phone ने एक बेहद ही अजीब लेकिन दिलचस्प डिवाइस पेश किया है। नाम है, Methaphone, जो न तो मोबाइल फोन है, न ही कोई स्क्रीन है। इसकी कीमत भी इतनी कम है कि महज 1700 रुपये यानी $20 में आपकी जेब में एक ‘फोन’ आ सकता है – वो भी बिना ऐप, बिना इंटरनेट और बिना डिस्ट्रैक्शन!
Methaphone : TikTok वीडियो से मिली शोहरत
यह डिवाइस तब चर्चा में आया जब एक महिला का TikTok वीडियो वायरल हुआ जिसमें वह एक पारदर्शी कांच जैसी चीज पर उंगलियां घुमा रही थी। पहली नजर में यह ‘ट्रांसपेरेंट Nokia फोन’ जैसा लगा, लेकिन सच्चाई यह थी कि वह Metha phone नाम की एक खाली ऐक्रिलिक स्लैब थी, जो सिर्फ स्क्रॉल करने के टैक्टाइल (स्पर्श) अनुभव के लिए बनाई गई थी। बाद में Instagram पर @askcatgpt नाम के यूजर ने बताया कि यह फोन जैसी लगने वाली चीज डिजिटल लत कम करने के लिए बनाई गई है।
क्या करता है?
Methaphone कोई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस नहीं है। यह एक शैटरप्रूफ, पारदर्शी ऐक्रिलिक स्लैब है जिसे iPhone के आकार, वजन और पकड़ के हिसाब से डिजाइन किया गया है। इसकी सतह चिकनी होती है, जिससे यूजर को ऐसा महसूस होता है मानो वे असली फोन स्क्रॉल कर रहे हों। इसका उद्देश्य केवल एक है, दिमाग को यह फील कराना कि ‘फोन हाथ में है’, ताकि हम उस चिंता और बेचैनी से बच सकें जो बार-बार स्क्रीन चेक करने की लत से पैदा होती है।
क्यों है खास?
नोमोफोबिया से राहत: फोन नहीं होने पर जो बेचैनी होती है, Methaphone उसे कम कर सकता है।
डिजिटल डिटॉक्स की शुरुआत: यह डिवाइस किसी व्यक्ति को सोचने पर मजबूर करता है कि आखिर उसे फोन की इतनी ज़रूरत क्यों महसूस होती है।
माइंडफुलनेस का अभ्यास: हर बार जब हाथ फोन की ओर बढ़े, तब Methaphone को पकड़कर खुद को रोकना, आदतों में बदलाव ला सकता है।
प्लेसीबो प्रभाव: साइकोलॉजिकल प्लेसीबो की तरह यह डिवाइस ‘फोन फील’ देता है, जिससे आदतों पर असर डाला जा सकता है।
Methaphone से पहले भी हुए थे प्रयोग
यह पहला मौका नहीं है जब कोई नकली फोन मार्केट में आया हो।
2014 में ‘NoPhone’ लॉन्च हुआ था – एक प्लास्टिक का खाली ब्लॉक, जिसकी कोई स्क्रीन नहीं थी।
2017 में ‘Substitute Phone’ आया, जिसमें रोलर बॉल्स थे, जिससे स्क्रॉल करने जैसा अनुभव होता था।
क्या ये सच में मदद करता है?
डेवलपर्स और प्रमोटर मानते हैं कि यह कोई चमत्कारिक इलाज नहीं है, बल्कि एक संवाद की शुरुआत है। Instagram यूजर CatGPT ने माना कि उन्होंने अपने फोन का इस्तेमाल कम नहीं किया, लेकिन यह डिवाइस अपने व्यवहार पर सोचने को मजबूर करता है, और यही सबसे ज़रूरी बात है।
TikTok पर 16 मई को शेयर हुए वीडियो को अब तक 5 करोड़ से अधिक व्यूज़, 3.3 मिलियन लाइक्स, और हजारों कमेंट्स मिल चुके हैं। Methaphone की यह लोकप्रियता साबित करती है कि भले ही यह एक साधारण स्लैब हो, लेकिन फोन की लत से जूझती दुनिया में यह एक मनोवैज्ञानिक आईना बनकर सामने आया है।
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