केरल के मशहूर बिजनेसमैन एम.ए. यूसुफ अली ने अपनी कंपनी LULU ग्रुप के आईपीओ के जरिए संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में एक नया रिकॉर्ड बनाया है। लुलु ग्रुप के इस आईपीओ को 25 गुना सब्सक्रिप्शन मिला, जो यूएई में किसी भी प्राइवेट सेक्टर की कंपनी के लिए एक नया मील का पत्थर है। इस रिकॉर्ड-ब्रेकिंग आईपीओ को लेकर निवेशकों की जबरदस्त प्रतिक्रिया रही, जिससे इसकी डिमांड 37 अरब डॉलर से अधिक पहुंच गई। यूसुफ अली ने इस सफलता के लिए जीसीसी और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों का आभार व्यक्त किया है।

खुदरा क्षेत्र में LULU ग्रुप का विस्तार

लुलु ग्रुप इंटरनेशनल ने भारत समेत कई देशों में खुदरा क्षेत्र में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है। कंपनी ने मॉल, किराना स्टोर्स, और हाइपरमार्केट्स खोलकर खुदरा क्षेत्र में तेजी से विस्तार किया है। 2000 में एम.ए. यूसुफ अली द्वारा स्थापित इस कंपनी ने कुछ ही वर्षों में खुद को बाजार में अग्रणी बना लिया। वर्तमान में यूसुफ अली की कुल संपत्ति 7.8 अरब डॉलर (लगभग 66,150 करोड़ रुपये) है, जो उनकी मेहनत और दूरदर्शिता का प्रमाण है।

आज लुलु ग्रुप भारत के कई प्रमुख शहरों में अपनी मजबूत उपस्थिति के लिए जाना जाता है। वर्तमान में यह ग्रुप भारत के छह बड़े शहरों में मॉल्स का संचालन कर रहा है। कोच्चि, तिरुअनंतपुरम, बेंगलुरु, लखनऊ, कोयंबटूर और हैदराबाद में लुलु ग्रुप के मॉल्स जनता को उत्कृष्ट सुविधाएं और उत्पाद मुहैया कराते हैं। हाल ही में हैदराबाद में लुलु ग्रुप का नया मॉल शुरू हुआ है, जो भारतीय खुदरा बाजार में उनके बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है।

यूसुफ अली का सफर

केरल के त्रिशूर में जन्मे एम.ए. यूसुफ अली ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा करनचीरा के सेंट जेवियर्स हाई स्कूल से पूरी की। इसके बाद उन्होंने बिजनेस मैनेजमेंट में डिप्लोमा हासिल किया। 1973 में यूसुफ अली अपने चाचा के वितरण व्यवसाय में शामिल होने के लिए अबूधाबी चले गए। यहीं से उनके व्यावसायिक सफर की शुरुआत हुई और धीरे-धीरे उन्होंने व्यापार की गहराई को समझते हुए लुलु ग्रुप की नींव रखी।

1990 में यूसुफ अली ने हाइपरमार्केट व्यवसाय में कदम रखा, जब अबूधाबी हाइपरमार्केट्स के विस्तार के लिए खुद को एक बड़ा हब बना रहा था। यूसुफ अली ने इस अवसर को समझा और लुलु हाइपरमार्केट के जरिए खुदरा क्षेत्र में अपनी सशक्त पहचान बनाई।

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