19 Jun, 2025

BY: Komal

सिर्फ sugar की मात्रा सीमित कर कई बीमारियों से बच सकते है आप, जान लीजिए कितने हैं नुकसान

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अपनी सेहत का खास ख्याल नहीं रख पाते, जिसकी वजह से हम अपने खान-पान पर ज्यादा ध्यान नहीं देते। इस वजह से कई बार हम खाने के जरिए ली जा रही sugar की मात्रा का ध्यान नहीं रख पाते।

अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में sugar की मात्रा को सीमित रखना बहुत जरूरी है। जिससे आप खुद को "मधुमेह", मोटापा और हृदय रोग जैसे गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों से बचा सकते हैं।

आइए इस मुद्दे को गहराई से समझते हैं और जानते हैं कि sugar का संतुलित सेवन क्यों जरूरी है। साथ ही, अलग-अलग खाद्य पदार्थों में मौजूद sugar की मात्रा के बारे में स्पष्ट जानकारी होना भी जरूरी है।

अगर आप कोल्ड ड्रिंक पीने के शौकीन हैं, तो आपको ध्यान देना चाहिए कि 300 मिली सॉफ्ट ड्रिंक में 31.8 ग्राम sugar और 132 कैलोरी होती है, जो हमारी सेहत के लिए काफी नुकसानदायक साबित हो सकती है।

इसी तरह चॉकलेट पेस्ट्री को पूरी दुनिया में खूब पसंद किया जाता है, यह खाने में जितनी स्वादिष्ट होती है, सेहत के लिए उतनी ही नुकसानदायक भी होती है क्योंकि इसमें 12 ग्राम sugar और 297 कैलोरी होती है।

फ्लेवर्ड जूस में 46.8 ग्राम sugar और 189 कैलोरी होती है और चॉकलेट में 25 ग्राम sugar और 100 किलो कैलोरी होती है, जबकि एक गुलाब जामुन में 32 ग्राम sugar और 254 किलो कैलोरी होती है।

भारत में जहां sugar का इस्तेमाल पारंपरिक मिठाइयों, त्योहारों और अन्य आयोजनों से गहराई से जुड़ा हुआ है, वहां इसकी खपत में बढ़ोतरी चिंता का विषय है।

भारत में sugar और मीठे पेय पदार्थों की बढ़ती खपत के कारण मोटापा और टाइप 2 डायबिटीज में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। पिछले कुछ दशकों में भारत में खान-पान की आदतों में बड़ा बदलाव आया है।

sugar के सेवन को नियंत्रित करने और संतुलित आहार अपनाने की जरूरत है। ऐसा करने के लिए, अपने दैनिक आहार में sugar की मात्रा की जांच करें और लेबल पढ़ें।

वहीं दूसरी ओर, सॉफ्ट ड्रिंक्स की जगह नींबू पानी या फलों का जूस (बिना sugar वाला) पिएं। एक स्वस्थ जीवनशैली शुरू करें और अपने बच्चों को भी यही सिखाएं और रोजाना व्यायाम करें।

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