भारत में जीएसटी दरों की समीक्षा करने वाले मंत्रियों के समूह (GoM) ने हाल ही में स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम सहित कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। इस समूह का गठन इसलिए किया गया क्योंकि औसत GST दर 15.3 प्रतिशत के राजस्व तटस्थ स्तर से नीचे गिर गई थी। इस समूह की अध्यक्षता बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी कर रहे हैं।
5 प्रतिशत GST में कटौती
मंत्रियों के समूह ने 20 लीटर की पैक्ड पेयजल बोतलों, साइकिलों और एक्सरसाइज नोटबुक्स पर जीएसटी दर को 18 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत करने का निर्णय लिया है। सम्राट चौधरी ने कहा कि "हर GoM सदस्य लोगों को राहत देने की कोशिश कर रहा है, विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।" उन्होंने बताया कि इस मामले में जीएसटी परिषद को एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी।
इसके साथ ही, समूह ने उच्च श्रेणी की घड़ियों (25,000 रुपये से अधिक) और महंगी जूतियों (15,000 रुपये से अधिक) पर जीएसटी दर को 18 प्रतिशत से बढ़ाकर 28 प्रतिशत करने का प्रस्ताव भी दिया है। ये बदलाव सरकार के लिए 22,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त करने की संभावना पैदा करेंगे।
मंत्रियों का समूह और चर्चा का दायरा
इस समूह में उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह, कर्नाटक के राजस्व मंत्री कृष्णा बायर गौड़ा और केरल के वित्त मंत्री के एन बालगोपाल शामिल हैं। पिछले सत्र में, समूह ने 100 से अधिक वस्तुओं पर जीएसटी दरों में संशोधन के संभावनाओं पर चर्चा की। इसके अलावा, साइकिलों की कीमत को 10,000 रुपये से कम रखने पर जीएसटी को 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत करने का भी सुझाव दिया गया है।
वर्तमान में, जीएसटी की चार श्रेणियाँ हैं: 5 प्रतिशत, 12 प्रतिशत, 18 प्रतिशत और 28 प्रतिशत। आवश्यक वस्तुओं पर न्यूनतम कर लगाया जाता है, जबकि लक्जरी वस्तुओं पर उच्चतम कर होता है। मंत्रियों का समूह अपनी सिफारिशों को जीएसटी परिषद के समक्ष प्रस्तुत करेगा, जिससे यह स्पष्ट होगा कि इन प्रस्तावित परिवर्तनों का कार्यान्वयन कब और कैसे होगा।