देश में युवाओं को सरकारी नौकरियों से जोड़ने की पहल 'रोजगार मेला' ने लाखों जिंदगियां बदली हैं। इस अभियान के तहत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को 71,000 युवाओं को ज्वॉइनिंग लेटर सौंपने जा रहे हैं। यह आयोजन सुबह 10:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से होगा। प्रधानमंत्री इस अवसर पर युवाओं को संबोधित भी करेंगे और उनके उज्जवल भविष्य की कामना करेंगे।
रोजगार मेला का ऐतिहासिक सफर
रोजगार मेले की शुरुआत 22 अक्टूबर 2022 को हुई थी। तब से, यह देश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने का एक प्रमुख माध्यम बन गया है। हाल ही में संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार ने बताया कि रोजगार मेले के जरिए लाखों युवाओं को सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं। इस पहल ने न केवल युवाओं को रोजगार दिया है, बल्कि उन्हें राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभाने का भी अवसर दिया है।
इस बार का रोजगार मेला देशभर में 45 स्थानों पर आयोजित किया जाएगा। चुने गए अभ्यर्थियों को केंद्रीय सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में नियुक्त किया जाएगा। इनमें गृह मंत्रालय, इंडियन पोस्ट डिपार्टमेंट, उच्च शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और वित्तीय सेवाओं के विभाग जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं।
पीएमओ का बयान: रोजगार सृजन की प्रतिबद्धता
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने इस आयोजन को सरकार की रोजगार सृजन की प्रतिबद्धता का एक अहम हिस्सा बताया है। पीएमओ ने कहा, "यह मेला युवाओं को आत्मनिर्भर बनने और राष्ट्र निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का बेहतरीन अवसर प्रदान करता है।" रोजगार मेला युवाओं को न केवल नौकरी देता है, बल्कि उनके कौशल विकास और आत्मविश्वास को भी बढ़ावा देता है।
पिछले दो वर्षों में रोजगार मेले ने लाखों युवाओं के सपनों को हकीकत में बदला है। यह पहल न केवल रोजगार प्रदान करती है, बल्कि युवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सरकार की इस पहल से न केवल देश के बेरोजगार युवाओं को राहत मिल रही है, बल्कि यह भारत के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी योगदान दे रही है।
रोजगार मेला युवाओं के लिए उम्मीद की एक नई किरण लेकर आया है, और इसका असर देश के विकास में लंबे समय तक महसूस किया जाएगा।
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