Jio Airtel Vi : भारत की अग्रणी तीन टेलीकॉम कंपनियों Reliance Jio, Bharti Airtel और Vodafone Idea (Vi) ने हाल ही में अपने डेटा वाउचर प्लान्स में बिना किसी औपचारिक घोषणा के कुछ महत्वपूर्ण परिवर्तन कर दिए हैं। जिससे करोड़ों उपभोक्ताओं को सीधा आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। पहले जहां यूजर्स को "एक्सिस्टिंग वैलिडिटी बेनिफिट" का लाभ मिलता था, अब उसे हटाकर कंपनियों ने डेटा वाउचर्स की वैधता को बहुत सीमित कर दिया है। इस फैसले के कारण ग्राहकों पर बार-बार रिचार्ज का दबाव बढ़ गया है, जिससे उनकी जेब पर अतिरिक्त भार पड़ रहा है।
Jio Airtel Vi : क्या था Existing Validity Benefit और अब क्या बदलाव आया है?
पहले जब यूजर अपने एक्टिव बेस प्लान के साथ कोई छोटा डेटा वाउचर (जैसे 1GB या 2GB) लेता था, तो वह अतिरिक्त डेटा उसी मेन प्लान की शेष वैधता तक चलता था। यानी अगर आपका 28 दिन का प्लान चल रहा है और आपने 10वें दिन वाउचर खरीदा, तो वह डेटा अगले 18 दिन तक उपयोग किया जा सकता था।
अब Jio Airtel Vi ने अपने डेटा वाउचर्स की शर्तों में बदलाव करते हुए एक नई वैधता नीति लागू कर दी है। इस बदलाव के तहत अब डेटा वाउचर्स केवल 1 दिन या कुछ घंटों की सीमित अवधि के लिए ही मान्य रहेंगे। भले ही आपके मुख्य प्लान की वैधता कई दिनों की क्यों न हो। इस बदलाव के चलते यूजर्स को अक्सर डेटा समाप्त होने से पहले ही नया रिचार्ज कराना पड़ रहा है, जिससे उनका खर्च बेवजह बढ़ रहा है।
Jio Airtel Vi : यूजर्स को हो रहा है बड़ा नुकसान
Jio Airtel Vi : डेटा वाउचर नियमों में इस बदलाव का सबसे बड़ा असर उन यूजर्स पर पड़ा है जो सीमित डेटा का उपयोग करते हैं या जिनकी डेटा ज़रूरतें अनियमित हैं। अब यदि किसी यूजर को केवल 300MB डेटा की आवश्यकता हो, तो भी उसे 1GB का डेटा वाउचर खरीदना अनिवार्य होगा, जिसकी वैधता मात्र एक दिन की होगी। उपयोग न होने की स्थिति में भी शेष डेटा अगले ही दिन खत्म हो जाएगा।
इससे यूजर्स को दोहरे नुकसान का सामना करना पड़ रहा है – डेटा की बर्बादी और बार-बार रिचार्ज का झंझट। खासतौर पर वे यूजर्स जो कभी-कभार ही टॉप-अप करते हैं, उन्हें अब हर छोटी जरूरत के लिए नया वाउचर लेना पड़ रहा है।
Jio Airtel Vi : क्या कहता है TRAI और क्या हो सकता है समाधान?
TRAI यानी Telecom Regulatory Authority of India आमतौर पर टैरिफ निर्धारण में दखल नहीं देता, लेकिन वह टेलीकॉम कंपनियों की पारदर्शिता और उपभोक्ता हितों की निगरानी जरूर करता है। विशेषज्ञों का मानना है कि TRAI को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए, क्योंकि यह बदलाव उपभोक्ता हितों के खिलाफ है।
समाधान के रूप में यह सुझाव दिया जा रहा है कि कंपनियां फिर से “Existing Validity” विकल्प को शामिल करें, जिससे यूजर्स को बेस प्लान के साथ डेटा वाउचर्स का पूरा लाभ मिल सके। साथ ही, ग्राहकों को यह विकल्प भी मिलना चाहिए कि वे शॉर्ट वैलिडिटी या एक्सटेंडेड वैलिडिटी में से किसी एक को चुन सकें। इसके अलावा, छोटे डेटा वाउचर्स की वैधता कम से कम 3–7 दिन तक की होनी चाहिए, ताकि यूजर्स का डेटा यूज अनुभव बेहतर हो सके।
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