IT Stock Crash: इस वक्त भारतीय शेयर बाजार में हर दिन तेजी से गिरावट नजर आ रही है. आज सुबह भले ही ग्लोबल संकट के चलते भारतीय शेयर बाजार तेजी से जरूर खुला लेकिन कुछ ही मिनट में बाजार में बिकवाली हावी हो गई और देखते ही देखते यह 565 अंकों तक नीचे जा लुढ़का.

वहीं निफ्टी 1770 अंक की गिरावट के साथ नजर आया. आपको बता दे कि आज बाजार में आईटी स्टॉक्स (IT Stock Crash) में बहुत बड़ी गिरावट नजर आई, जहां निफ्टी की आईटी इंडेक्स में 1100 अंक की गिरावट नजर आ रही है. फिलहाल बीएसई सेंसेक्स 355 अंकों के गिरावट के साथ 77221 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 109 अंकों की गिरावट के साथ 23430 अंकों पर ट्रेंड कर रहा है.

IT Stock Crash: इन शेयरों में दिखी गिरावट

आईटी स्टॉक्स के साथ-साथ देखा जाए तो फार्मा, एनर्जी, इंफ्रा, हेल्थ केयर, ऑयल ऐंड गैस सेक्टर के शेयरों (IT Stock Crash) में भी तेजी से गिरावट नजर आ रही है. केवल बैंकिंग, कंज्यूमर, ड्युरेबल्स, मेटल, रियल एस्टेट, ऑटो शेयर में खरीदारी ही दिख रही है. भारतीय शेयर बाजार में यह बिकवाली का हीं नतीजा है कि निवेशकों की संपत्ति में 1.38 लाख करोड रुपए की कमी आ गई है.

आज एचडीएफसी बैंक 1.34 फीसदी, अडानी पोर्ट्स 0.98 फीसदी, एशियन पेंट्स 0.97 फीसदी, टाटा स्टील 0.98 फीसदी, बजाज फाइनेंस 0.94 फीसदी, नेस्ले 0.75 फीसदी, कोटक महिंद्रा बैंक 0.61 फीसदी, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा 0.40 फीसदी, आईसीआईसीआई 0.20 फीसदी की तेजी के साथ कारोबार कर रहा है. वही गिरने वाले शेयरों में टीसीएस, इंफोसिस, टेक महिंद्रा, इंडसइंड, टाटा मोटर्स शामिल है.

इस कारण से नजर आ रहा प्रभाव

दरअसल भारतीय आईटी कंपनियों (IT Stock Crash) की रेवेन्यू का एक बहुत बड़ा हिस्सा अमेरिका से आता है. ऐसे में अमेरिका में ब्याज दर ऊंचा रहने से इन कंपनियों को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.

साथ ही साथ ब्याज दर ऊंची रहने से भारत जैसे उभरते बाजार विदेशी निवेशको के लिए कम आकर्षक हो जाते हैं, जिसका नतीजा आप सबके सामने हैं. इससे पहले पिछले दो हफ्तों से आईटी कंपनियों के शेयर में तेजी नजर आ रही थी और जब से डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति बने, तब से एक अलग ही उछाल नजर आया.

माना जा रहा था कि ट्रंप की नीति आईटी कंपनियों को फायदा पहुंचा सकती है, लेकिन इस वक्त ब्याज से जुड़ी चिंता के साथ-साथ विदेशी निवेशकों की ओर से लगातार बिकवाली और अमेरिकी सरकार की ओर से खर्चों में कटौती की संभावना भी बाजार में इस वक्त गिरावट लेकर आ रही है.

Read Also: Jio vs BSNL: जियो या बीएसएनल...., 70 दिन की वैलिडिटी वाला किसका प्लान है सस्ता