मोदी सरकार के हालिया एलान के बाद इंडियन रेलवे कैटरिंग और टूरिज्म कॉर्पोरेशन के शेयरों में उल्लेखनीय गिरावट देखने को मिली। आज IRCTC का शेयर 2.27 प्रतिशत की कमी के साथ बंद हुआ, जो इंट्राडे में 863 रुपये तक गिर गया, हालांकि बाद में थोड़ी रिकवरी के साथ यह 871.20 रुपये पर समाप्त हुआ।
IRCTC का नया रिजर्वेशन नियम
इस गिरावट की मुख्य वजह सरकार का निर्णय है, जिसके अनुसार अब ट्रेनों में रिजर्वेशन की समय सीमा 120 दिनों से घटाकर 60 दिन कर दी गई है। यह नया नियम 01 नवंबर 2024 से प्रभावी होगा, जिसके बाद आईआरसीटीसी के शेयरों में बिकवाली देखी गई।
कंपनी का बाजार पूंजीकरण घटकर 69,760 करोड़ रुपये पर आ गया है। ध्यान रहे कि IRCTC का 80 से 85 प्रतिशत राजस्व ई-टिकटिंग से आता है, और बाजार विश्लेषकों का मानना है कि छोटे बुकिंग साइकल से कैंसिलेशन के मामले कम होंगे, जिससे कंपनी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
कंपनी के वित्तीय आंकड़े
यदि आईआरसीटीसी के वित्तीय प्रदर्शन की बात करें, तो जून तिमाही में कंपनी का मुनाफा पिछले वर्ष की तुलना में 33 प्रतिशत बढ़ा, जबकि राजस्व 11.8 प्रतिशत बढ़कर 1102.2 करोड़ रुपये हो गया। सितंबर 2024 के तिमाही शेयरधारिता के अनुसार, भारत सरकार के पास IRCTC की 62.04 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
पिछले एक वर्ष में, कंपनी के शेयरों में 24 प्रतिशत की बढ़त देखी गई है, और इसके 52 हफ्तों का उच्चतम मूल्य 1148.30 रुपये और न्यूनतम मूल्य 636.10 रुपये रहा है।
रेलवे मंत्रालय के अनुसार, नए नियम के तहत 31 अक्टूबर 2024 तक बुक की गई सभी टिकटें मान्य रहेंगी। यह नया नियम केवल यात्रियों के लिए है और ताज जैसी विशेष ट्रेनों पर लागू नहीं होगा, वहीं विदेशी पर्यटकों के लिए 365 दिनों का नियम पहले की तरह जारी रहेगा।