जानिए क्यों ईरान अपने नागरिकों के फोन से डिलीट करवा रहा WhatsApp, ये है कारण

19 Jun 2025, 11:53 PM

इजरायल-ईरान तनाव काफी चरम पर पहुंच चुका है और दोनों देश मिसाइलों व ड्रोन के जरिए एक-दूसरे के ठिकानों को निशाना बना रहे हैं। अमेरिका अभी प्रत्यक्ष तौर पर इस लड़ाई में नही कूदा है लेकिन अप्रत्यक्ष तौर पर वह Iran को कड़े तेवर दिखा रहा है। इस बीच ईरान ने अपने देश के नागरिकों से Social Messaging Platform WhatsApp को लेकर चेतावनी जारी की है। सरकार ने लोगों को सलाह दी है कि वह जल्द से जल्द अपने स्मार्टफोन्स से व्हाट्सएप को हटा दें।

पहले भी लगा चुका है Social Messaging Platform WhatsApp पर Ban

Irani Government ने यह कोई पहली बार नहीं है, जबकि Social Messaging Platform WhatsApp को लेकर चेतावनी जारी की है। इससे पहले वह इस पर बैन भी लगा चुकी है। हालांकि, बाद में इस हटा दिया गया है। अब युद्ध जैसी स्थिति में ईरानी सरकार ने अपने नागरिकों से तुरंत इसे Uninstall करने के लिए कहा है। इसके पीछे वजह बताई जा रही है कि व्हाट्सएप को अमेरिका की कंपनी मेटा हैंडल करती है।

इस वजह से बढ़ी टेंशन

Irani Government को चिंता है कि Social Messaging Platform WhatsApp का मालिकाना हक रखने वाली कंपनी व्हाट्सएप यूजर्स की जानकारी को इजरायल भेजती है। उसे लग रहा है कि उसके नागरिकों की जानकारी सीधे इजरायल तक पहुंच रही है। ईरानी सरकार ने लोगों से व्हाट्सएप को अनइंस्टॉल करने की अपील तो की है लेकिन अगर वह इस बैन भी लगाती है तो भी लोग इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। तमाम लोग VPN के जरिए भी इस एप्लीकेशन को एक्सेस कर सकते हैं।

सुरक्षित होती है व्हाट्सएप चैट

ईरान भले ही Social Messaging Platform WhatsApp को लेकर यह आशंका जाहिर कर रहा हो कि उसकी पैरेंटल कंपनी मेटा इजरायल को ईरानी नागरिकों की जानकारी भेजती हो लेकिन व्हाट्सएप की चैट्स पूरी तरह एनक्रिप्टेड होती हैं। इसका मतलब है कि दो लोगों या उससे ज्यादा लोगों के बीच होने वाली बातचीत सिर्फ उन्हीं लोगों तक सीमित है।

व्हाट्सएप कंपनी भी यूजर्स के चैट्स को नहीं पढ़ सकती है। इसके अलावा अगर किसी तरह कोई मैसेज किसी और तक पहुंच भी जाए तो उसे पढ़ा नहीं जा सकता है। इसके पीछे वजह यह है कि मैसेज की भाषा बदली हुई होती है और इसे बिना डिक्रिप्ट किए नहीं पढ़ा जा सकता है।