iphone in India: इस वक्त देखा जाए तो टाटा इलेक्ट्रॉनिक ने आईफोन बनाने की रेस में एक लंबी छलांग मारी है. टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा इलेक्ट्रॉनिक ताइवान की कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर पेगाट्रोन के भारत में एकमात्र आईफोन प्लांट में मेजोरिटी स्टेक खरीदने का प्लान बना रही है.
आपको बता दे की पेगाट्रोन का यह प्लांट तमिलनाडु में है जिससे एक नया ज्वाइंट वेंचर बनेगा. आपको बता दे की इस डील के बाद अब भारत में आईफोन (iphone in India) बनाने की रफ्तार काफी तेज हो जाएगी, लेकिन अभी तक आधिकारिक रूप से टाटा और पेगाट्रोन की ओर से कोई जवाब नहीं आया है.
iphone in India: अब तेजी से होगा आईफोन मैन्युफैक्चरिंग
आपको बता दे कि एप्पल की कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर्स के पास मौजूदा समय में 40 मिलियन आईफोन बनाने की क्षमता है. हर महीने कंपनी 30 से 35 मिलियन आईफोन यूनिट का निर्माण करती है. माना जा रहा है कि डील के बाद इस मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में काफी तेजी आ सकती है.
यह पूरी तरह से तय है कि इस डील के बाद भारत में आईफोन (iphone in India) की डिमांड को पूरा किया जा सकेगा. साथ ही साथ भारत के जो पड़ोसी देश है वहां भी आईफोन की डिमांड को पूरा किया जाएगा. कंपनी द्वारा यह बताया गया है कि पिछले कुछ महीने में आईफोन की डिमांड में काफी ज्यादा तेजी नजर आई है, जिसके बाद यह डील फायदे का सौदा होगा.
टाटा ग्रुप के पास होगी 60 फीसदी हिस्सेदारी
माना जा रहा है कि टाटा इलेक्ट्रॉनिक और पेगाट्रोन के बीच होने वाले समझौते में 60 फीसदी हिस्सेदारी टाटा इलेक्ट्रॉनिक के पास होगी और टाटा ग्रुप को 150 से 200 मिलियन डॉलर का पेमेंट करना होगा.
आपको बता दे की इस वक्त पेगाट्रोन के पास भारत में 9500 कर्मचारी मौजूद है. कंपनी साल 2022 से दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी बनी हुई है. इसके अलावा सरकार की जो प्रोडक्शन लिंक्ड इनिशिएटिव स्कीम है, वह भी टाटा ग्रुप और पेगाट्रोन को फायदा पहुंचाएगी.
अप्रैल में ही यह बात सामने आई थी कि बेगात्रों भारत में अपने एकमात्र आईफोन प्लांट (iphone in India) को टाटा को बेचने के लिए एडवांस स्टेज की बातचीत में है. देखा जाए तो चीन और अमेरिका के बीच जियो पोलिटिकल टेंशन के बीच एप्पल चीन से बाहर अपनी सप्लाई चेन में डायवर्सिफाई लाने की कोशिश कर रही है.
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