दिग्गज निवेशक विजय केडिया, जो अपने अनोखे और क्रिएटिव गानों के लिए जाने जाते हैं, एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार उन्होंने बढ़ते टैक्स सिस्टम पर एक खास गाना पेश किया है। गाने का नाम है, 'FM जी, FM जी, इतना टैक्स मैं कैसे भरूं?' इस गाने के जरिए उन्होंने देश में टैक्स की बढ़ती दरों पर चिंता जताई है और आम आदमी की परेशानियों को बयां किया है।
गाने के बोल में छुपा संदेश
विजय केडिया ने यह गाना रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया। इस गाने में उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से सवाल पूछा कि आखिर इतने टैक्स के बीच आम आदमी कैसे जीवन यापन कर सकता है। यह गाना मशहूर संगीतकार एआर रहमान के गाने 'तू ही रे' (फिल्म बॉम्बे) की धुन पर आधारित है।
गाने के बोल कुछ इस प्रकार हैं:
"FM जी, FM जी, इतने टैक्स में कैसे भरूं?
एसटीटी, एसटीजी, एलटीसीजी बढ़ा, क्या कहूं.
ऊपर से डिविडेंड पर दो-दो टैक्स भी पे मैं करूं.
मैडम जी, मैडम जी, अब जिंदा मैं कैसे रहूं."
इसके साथ ही, गाने के दूसरे हिस्से में उन्होंने व्यवसाय से जुड़े जोखिमों का जिक्र किया। उन्होंने लिखा:
"मुश्किल है ये व्यवसाय, कितने रिस्क उठाता हूं,
डायबिटीज और बीपी बदले में पाता हूं.
ये ईज़ी नहीं है जी, इतनी एंज़ायटी कैसे सहूं.
मैडम जी, मैडम जी, अब जिंदा मैं कैसे रहूं."
बजट 2024-25 के फैसलों पर निशाना
वित्त मंत्री द्वारा पेश किए गए बजट 2024-25 में कैपिटल गेन टैक्स सिस्टम में कई बदलाव किए गए। शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन टैक्स को 15% से बढ़ाकर 20% कर दिया गया। वहीं, लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन टैक्स 10% से बढ़ाकर 12.5% कर दिया गया। हालांकि, टैक्स छूट की सीमा 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.25 लाख रुपये की गई।
विजय केडिया पहले भी ऐसे गानों के जरिए सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते रहे हैं। जब कैपिटल गेन टैक्स में पहले बदलाव हुए थे, तब भी उन्होंने एक गाना शेयर किया था।
विजय केडिया का पोर्टफोलियो भारतीय निवेशकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। उन्होंने महज 19 साल की उम्र में निवेश करना शुरू किया और 1992 में केडिया सिक्योरिटीज की शुरुआत की। उनके अनोखे अंदाज और गहराई से किए गए विश्लेषण के कारण उन्हें भारतीय शेयर बाजार का बड़ा नाम माना जाता है।
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