भारतीय विमानन क्षेत्र ने 17 नवंबर 2024 को एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। इस दिन 5,05,412 यात्रियों ने घरेलू उड़ानों का सफर किया, जो देश में अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। यह उपलब्धि न केवल हवाई यात्रा की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाती है, बल्कि भारत की तेज़ी से उभरती अर्थव्यवस्था और बेहतर कनेक्टिविटी का प्रमाण भी है।
सस्ती टिकट और बढ़ती कनेक्टिविटी ने बढ़ाई मांग
हवाई यात्रा में इस अभूतपूर्व वृद्धि के पीछे कई अहम कारण छिपे हैं।
1. किफायती टिकट: एयरलाइंस कंपनियों के बीच बढ़ती प्रतिस्पर्धा के चलते यात्रियों को बेहद सस्ती दरों पर टिकट मिल रहे हैं।
2. शहरों की बेहतर कनेक्टिविटी: सरकार की उड़ान योजना के तहत छोटे शहरों को भी हवाई नेटवर्क से जोड़ा गया है, जिससे यात्रियों के लिए यात्रा करना आसान हुआ है।
त्योहार और समय की बचत बनी प्राथमिकता
1. त्योहारी और शादी का मौसम: दिवाली और शादियों के सीजन के चलते लोग बड़ी संख्या में अपने परिवारों और समारोहों में शामिल होने के लिए यात्रा कर रहे हैं।
2. समय की बचत: ट्रेन और सड़क मार्ग के मुकाबले हवाई सफर अधिक तेज़ और सुविधाजनक है, जिससे यात्रियों की प्राथमिकता बदल रही है।
भारतीय यात्रियों का सर्दियों में भी जारी रहेगा सफर का सिलसिला
विशेषज्ञों का मानना है कि सर्दियों के दौरान भी यह मांग बनी रहेगी। ट्रैवल प्लेटफॉर्म क्लियरट्रिप के वाइस प्रेसिडेंट गौरव पटवारी का कहना है कि भारत में दिसंबर और जनवरी में शादी और छुट्टियों के कारण यात्रियों की संख्या और बढ़ सकती है।
भारतीय विमानन क्षेत्र का यह रिकॉर्ड केवल आंकड़ों की सफलता नहीं है, बल्कि यह आम आदमी की बढ़ती पहुंच का भी संकेत है। जहां पहले हवाई यात्रा विशेष वर्ग तक सीमित थी, अब यह हर किसी के लिए सुलभ हो रही है। यह उपलब्धि न केवल विमानन क्षेत्र बल्कि पर्यटन और आर्थिक विकास को भी नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी।