प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे को उद्योग जगत के लोग India-America संबंधों के लिए ऐतिहसिक बता रहे हैं। शीर्ष उद्योग संगठनों और व्यापार जगत के विशेषज्ञों का कहना है कि पीएम मोदी के अमेरिकी दौर से IT, AI और 5G इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे क्षेत्रों में भारत काफी तेजी से प्रगति करेगा।

India-America का बढ़ा भरोसा

शीर्ष उद्योग संगठन एसोचैम और फेडरेशन ऑफ इंडियान एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन ने दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश संबंधों के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई मुलाकात को ऐतिहासिक बताया। एसोचैम अध्यक्ष संजय नायर ने कहा कि दोनों देशों के बीच बढ़ रही रणनीति साझेदारी निरंतर विश्वास और मजबूती का प्रतीक है।

India-America के बीच 500 अरब डॉलर का लक्ष्य

एसोचैम अध्यक्ष का कहना है कि India-America ने आने वाले साल 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार का लक्ष्य 500 अरब डॉलर रखा है, जो कि व्यापार के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है। द्विपक्षीय समझौते के लिए बातचीत की टेबल पर आने से दोनों देशों के बीच नए व्यापार व निवेश के अवसर खुलेंगे।

कहा कि पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा से रक्षा, आतंकवाद, जीवाश्म, परमाणु ऊर्जा, ऊर्जा सुरक्षा, व्यापार और निवेश को मजबूत करने में काफी मदद मिलेगी। एक और खास बात यह है कि 2025 के अंत तक एआई इन्फ्रास्ट्रक्चर को India-America के रोडमैप से नई दिशा मिलेगी।

निर्यातकों के लिए यह है बड़ा अवसर

India-America के बीच बढ़ रहे संबंधों को फेडरेशन ऑफ इंडियान एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन (फियो) के अध्यक्ष अश्विनी कुमार निर्यातकों को नया अवसर प्रदान करने वाला बताते हैं। कहते हैं कि अमेरिका भारत के सबसे बड़े साझेदार के रूप में उभर रहा है। टेक्नोलॉजी, डिफेंस और ग्रीन एनर्जी पर साझेदारी बढ़ने से भारतीय निर्यातकों को नया अवसर मिलेगा।

निवेश फोकस की सराहना करते हुए फियो अध्यक्ष कहते हैं कि इससे भारत में नए उद्योग स्टैबलिश होंगे और नौकरियों में भी तेजी से वृद्धि होगी। आगे कहा कि India-America के बीच IT, AI और 5G इंफ्रास्ट्रक्चर में सहयोग बढ़ाने पर जो चर्चा की गई है, उससे अमेरिकी बाजारों में भारतीय तकनीकी व्यवसायों के लिए असीम संभावनाएं खुलेंगी।

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