हल्दीराम स्नैक्स (Haldiram Snacks) फूड प्राइवेट लिमिटेड, जो 87 वर्षों से भारत की सबसे बड़ी स्नैक और कंवीनियंस फूड कंपनी है, वह अब कुछ हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही है। हाल ही में आयी एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रमोटर्स 10-15% अल्पसंख्यक हिस्सेदारी बेचने के इच्छुक हैं।

वैश्विक निवेशकों की रुचि

हल्दीराम की बढ़ती लोकप्रियता के चलते कई वैश्विक निवेशक इसके साथ साझेदारी के लिए उत्सुक हैं। हाल ही में ब्लूमबर्ग ने बताया कि Temasek Holdings Pte. हल्दीराम में अल्पसंख्यक हिस्सेदारी खरीदने की बातचीत कर रहा है, जिसका अनुमानित मूल्य लगभग 11 अरब डॉलर है। पिछले कुछ महीनों में Bain Capital ने भी Temasek के साथ मिलकर Blackstone के नेतृत्व वाले संघ के साथ प्रतिस्पर्धा की थी।

वही आपको बता दें कि Haldiram 500 से अधिक उत्पादों का निर्माण करता है, जिनमें स्नैक्स, नमकीन, मिठाइयाँ, तैयार खाद्य पदार्थ, बिस्कुट और नॉन-कार्बोनेटेड पेय शामिल हैं। कंपनी का FY24 राजस्व लगभग 14,500 करोड़ रुपये और EBITDA 2,300-2,500 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। पिछले पांच वर्षों में हल्दीराम ने 18% की वार्षिक वृद्धि दर हासिल की है।

Haldiram के निवेश खरीदने में लंबे समय से रूचि

2016-17 से, कई वैश्विक निजी इक्विटी फर्मों जैसे General Atlantic, Bain Capital, Capital International, और Warburg Pincus ने अग्रवाल परिवार के साथ बातचीत की है। एक बार Kellogg's ने भी 3 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर नियंत्रण हिस्सेदारी खरीदने की कोशिश की थी, लेकिन यह वार्ता सफल नहीं हुई।

भारत का स्नैक बाजार में हल्दीराम स्नैक्स बाजार में प्रमुखता बनाए रखता है, जबकि उसके प्रतिस्पर्धियों में PepsiCo (Lays, Kurkure), Balaji Snacks, और Bikanervala शामिल हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत का स्नैक्स बाजार 2021 में 72,800 करोड़ रुपये का था, और 2025 तक 1,19 लाख करोड़ रुपये तक पहुँचने का अनुमान है।

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