दुनिया की दिग्गज टेक कंपनियों में शामिल अल्फाबेट की Google One Subscription Service को एआई के जरिए बूस्टर डोज मिला है और अब इसके 15 करोड़ Subscribers हो गए हैं। गूगल वन सर्विस ने छह साल पूरे होने के बाद पिछले साल 10 करोड़ से अधिक सब्सक्राइबर्स को अपने साथ जोड़ने में सफलता हासिल की थी लेकिन गूगल ने AI Features के एक्सेस वाला पेड प्लान पेश किया तो इसने कमाल कर दिया। इसका नतीजा है कि जो सब्सक्राइबर्स की संख्या पिछले साल केवल 10 करोड़ थी, वह एक साल के भीतर ही 15 करोड़ तक पहुंच गई।

फ्री में यूजर्स नहीं कर सकते हैं Access

एआई फीचर्स के साथ एक्सेस किए जाने वाले Google One Service को यूजर फ्री में एक्सेस नहीं कर सकते हैं, बल्कि इसके लिए उन्हें 19.99 डॉलर का भुगतान करना होता है। हालांकि, गूगल ने इस सर्विस के फाइल स्टोरेज जैसे फीचर्स को काफी कम प्राइस में रखा है। गूगल की वाइस प्रेसिडेंट सिमरिट बेन यायर का कहा है कि AI Features वाले इस प्लान के कुछ ही महीनों में लाखों सब्सक्राइबर्स हो गए।

Google को एआई चैटबॉट्स से मिल रही है कड़ी टक्कर

वैसे तो Google का पूरी दुनिया में एकछत्र राज है लेकिन पिछले कुछ सालों से अल्फाबेट को OpenAI के ChatGPT जैसे एआई चैटबॉट्स के जरिए कड़ी टक्कर मिल रही है। इसके बाद से ही कंपनी की मुश्किलें बढ़ी हुई थीं लेकिन गूगल वन सर्विस के सब्सक्राइबर्स में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी से कंपनी को अपनी फाइनेंशियल कंडीशन को सुधारने में काफी मदद मिलेगी। एडवर्टाइजिंग के अलावा यह सर्विस कंपनी के Revenue में जबरदस्त बढ़ोत्तरी करने वाली है।

इतना है अल्फाबेट का Ad Revenue

पिछले साल के अल्फाबेट के कुल Revenue की बात करें तो यह करीब 350 अरब डॉलर रहा था। इस रेवेन्यू में एडवर्टाइजिंग की हिस्सेदारी करीब तीन चौथाई से अधिक थी। एआई चैटबॉट्स की मार्केट में एंट्री से कंपनी के रेवेन्यू पर काफी असर पड़ा है और पॉपुलर गूगल सर्च इंजन की मुश्किल भी बढ़ गई है। हालांकि, गूगल के पास Gemini AI मौजूद है लेकिन उसकी लोकप्रियता अन्य एआई चैटबॉट्स जितनी नही है। ऐसे में Google One Service के सब्सक्राइबर्स की संख्या में बढ़ोत्तरी से इन चुनौतियों का सामना करने में काफी मदद मिलेगी।

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