EPFO 2025 Reforms : कर्मचारियों की सहूलियत को केंद्र में रखते हुए, EPFO ने वर्ष 2025 में अपनी सेवाओं में कई अहम बदलाव किए हैं। इन सुधारों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि प्रोविडेंट फंड से जुड़ी सभी सुविधाएं पूरी तरह डिजिटल, पारदर्शी और यूज़र के अनुकूल हों, ताकि सदस्य बिना किसी कठिनाई के इनका लाभ सरलता से उठा सकें।

डिजिटल इंडिया अभियान के साथ कदम से कदम मिलाते हुए, EPFO ने न सिर्फ तकनीकी बदलाव किए हैं बल्कि प्रक्रियाओं को इतना सरल बना दिया है कि अब प्रोविडेंट फंड से जुड़ी शिकायतें और इंतज़ार बीते दिनों की बात लगने लगे हैं।

EPFO 2025 Reforms : यहाँ हम बता रहे हैं 2025 के चार सबसे बड़े सुधार, जो हर नौकरीपेशा व्यक्ति के लिए बेहद उपयोगी साबित हो सकते हैं:

1. जॉइंट डिक्लेरेशन अब पूरी तरह डिजिटल

EPFO ने 16 जनवरी 2025 से Joint Declaration Process को ऑनलाइन कर दिया है। अब कर्मचारी अपने UAN को Aadhaar से लिंक करके ऑनलाइन ही अपने नाम, जन्मतिथि, लिंग जैसी Personal Informationको सही कर सकते हैं।

हालांकि जिनके यूनिवर्सल अकाउंट नंबर आधार से लिंक नहीं हैं, उन्हें अभी भी भौतिक (फिजिकल) फॉर्म भरकर प्रक्रिया पूरी करनी होगी। यह डिजिटल बदलाव कर्मचारियों और नियोक्ताओं दोनों के समय और संसाधनों की बचत करेगा।

2. प्रोफाइल डिटेल्स अपडेट करना हुआ आसान

पहले नाम, जन्मतिथि, वैवाहिक स्थिति या पेरेंट्स के नाम जैसे बदलाव कराने में हफ्तों लग जाते थे। अब ये सभी अपडेट जॉइंट डिक्लेरेशन के ज़रिए ऑनलाइन हो सकते हैं। खास बात यह है कि EPFO ने इसमें काफी लचीलापन दिखाया है।

यदि आपका UAN 1 अक्टूबर 2017 से पहले बना है, तो कुछ मामलों में नियोक्ता की मंजूरी की आवश्यकता हो सकती है। लेकिन अधिकांश बदलाव अब सीधे डिजिटल पोर्टल पर किए जा सकते हैं — तेज़, पारदर्शी और कागज़ रहित प्रक्रिया के साथ।

3. नौकरी बदलने पर PF ट्रांसफर अब पूरी तरह ऑटोमैटिक

15 जनवरी 2025 से EPFO ने PF ट्रांसफर प्रक्रिया को और सरल बना दिया है। अब कर्मचारी को न तो पुराने एम्प्लॉयर की मंजूरी की ज़रूरत है, न ही नए की।

यह बदलाव लाखों कर्मचारियों के लिए राहतभरा है, क्योंकि पहले PF ट्रांसफर में हफ्तों का समय लगता था और कई बार पुराने ऑफिस से जवाब न आने पर ट्रांसफर अटक जाता था।

4. सेंट्रलाइज़्ड पेंशन पेमेंट सिस्टम (CPPS) का शुभारंभ

EPFO 2025 Reforms : 1 जनवरी 2025 से EPFO ने केंद्रीकृत पेंशन भुगतान प्रणाली (Centralized Pension Payment System) की शुरुआत की है, जिसके तहत अब पेंशनधारकों को पेंशन पाने के लिए न तो PPO ट्रांसफर कराने की जरूरत है और न ही किसी तरह का फिजिकल वेरिफिकेशन करना होगा। देशभर के किसी भी बैंक से पेंशन आसानी से प्राप्त की जा सकती है।

EPFO ने अब सभी पेंशनधारकों के पेंशन पेमेंट ऑर्डर (PPO) को उनके यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) से जोड़ना अनिवार्य कर दिया है। इस कदम से न केवल डेटा की सुरक्षा बेहतर हुई है, बल्कि पेंशन संबंधी कार्यों में भी काफी सुविधा मिली है। यह बदलाव खास तौर पर सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए बेहद उपयोगी और प्रभावशाली साबित हो रहा है।

EPFO 2025 Reforms : PF खातों में सदस्यता भी बढ़ी

EPFO की मार्च 2025 की प्रोविजनल पेरोल रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2024 की तुलना में इस बार 1.15% अधिक यानी 14.58 लाख नए सदस्य जुड़े हैं। अकेले मार्च 2025 में 7.54 लाख नए सदस्य जुड़े जो फरवरी 2025 से 2.03% ज्यादा है। इससे साफ है कि लोग अब EPFO की सेवाओं पर ज्यादा भरोसा कर रहे हैं और नई पीढ़ी इसका हिस्सा बनने को तैयार है।

EPFO के ये बदलाव महज़ तकनीकी सुधार नहीं, बल्कि एक सोच का प्रतिबिंब हैं—जहाँ कर्मचारी का समय, डेटा और सुविधा सर्वोपरि है। डिजिटल प्रोसेसेज़ को बढ़ावा देने से न केवल पारदर्शिता बढ़ी है, बल्कि भरोसा भी।

यदि आपने अब तक अपने PF खाते में कोई अपडेट नहीं किया है या प्रोसेसेज़ को जटिल समझकर टालते रहे हैं, तो अब समय है एक बार फिर EPFO पोर्टल पर लॉगिन करने का — क्योंकि अब सबकुछ है आसान, डिजिटल और आपके हाथ में।

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