जल व अपशिष्ट जल प्रबंधन परियोजनाओं में अग्रणी एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स के IPO ने निवेशकों के बीच जबरदस्त लोकप्रियता हासिल की है। 22 नवंबर को लॉन्च हुआ यह इश्यू पहले ही दिन पूरी तरह से सब्सक्राइब हो गया था। वहीं, दूसरे दिन यानी सोमवार तक इसे 13 गुना सब्सक्रिप्शन मिल चुका है। खासतौर पर गैर-संस्थागत निवेशकों (NII) ने 34 गुना सब्सक्रिप्शन के साथ इस इश्यू में दिलचस्पी दिखाई है। रिटेल निवेशकों की ओर से भी इसे 8.73 गुना तक बुक किया गया है।
650 करोड़ रुपये का इश्यू और प्राइस बैंड
एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स ने अपने IPO के जरिए कुल 650 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए प्रति शेयर का प्राइस बैंड 140-148 रुपये तय किया गया है। निवेशक इस इश्यू में 26 नवंबर तक आवेदन कर सकते हैं। कंपनी ने 3.87 करोड़ इक्विटी शेयरों के नए निर्गम के साथ-साथ प्रमोटर्स द्वारा 52.68 लाख शेयर बिक्री पेशकश (OFS) के तहत उपलब्ध कराए हैं। इस IPO के माध्यम से कंपनी ने बृहस्पतिवार को एंकर निवेशकों से पहले ही 195 करोड़ रुपये जुटा लिए थे।
एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स जल और सीवरेज प्रबंधन क्षेत्र में अपने अनुभव के लिए जानी जाती है। यह सरकारी निकायों के लिए जल आपूर्ति योजनाओं, जल उपचार संयंत्रों, तथा अपशिष्ट जल प्रबंधन परियोजनाओं के डिजाइन, निर्माण और संचालन में लगी हुई है। कंपनी की वर्तमान हिस्सेदारी का 93% प्रवर्तकों के पास है, जो इस क्षेत्र में इसकी मजबूत पकड़ को दर्शाता है।
IPO की ग्रे मार्केट में शेयर प्रीमियम और लिस्टिंग डिटेल्स
ग्रे मार्केट में एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स के शेयरों का प्रदर्शन भी उत्साहजनक है। रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी के शेयर 52 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं। इससे संकेत मिलता है कि 29 नवंबर को बीएसई और एनएसई पर लिस्टिंग के दौरान यह शेयर 200 रुपये के आसपास सूचीबद्ध हो सकते हैं। इस लिस्टिंग से निवेशकों को लगभग 36% का लाभ मिलने की संभावना है।
एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स का IPO उन निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प है जो जल और अपशिष्ट जल प्रबंधन के तेजी से बढ़ते क्षेत्र में निवेश करना चाहते हैं। ग्रे मार्केट के मजबूत संकेत और कंपनी की विशेषज्ञता को देखते हुए, यह इश्यू निवेशकों के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकता है।
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