प्रदूषण के बढ़ते स्तर ने दिल्ली समेत अन्य शहरों में लोगों के जीवन को मुश्किल बना दिया है। जहरीली हवा में सांस लेना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो रहा है। ऐसे में मास्क एक बार फिर से जरूरत बन गया है। जिसके कारण इन दिनों दिल्ली में मास्क Business निकल पड़ा है। बाजारों में N-95 और सर्जिकल मास्क की बिक्री में तेजी देखी जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यही स्थिति बनी रही तो मास्क की अलग-अलग स्पेशल दुकानें भी खुल सकती हैं।
मास्क का Business अचानक बढ़ा
दिल्ली के चांदनी चौक स्थित भागीरथ पैलेस, जो देश का सबसे बड़ा मेडिकल मार्केट है, में इन दिनों मास्क की डिमांड काफी बढ़ गई है। दिल्ली ड्रग्स ट्रेडर्स एसोसिएशन के महासचिव आशीष ग्रोवर के अनुसार, सर्जिकल 3-लेयर मास्क और N-95 मास्क की मांग तेजी से बढ़ रही है।
3-लेयर मास्क सस्ते और यूज-एंड-थ्रो वाले होते हैं, जबकि N-95 मास्क महंगे लेकिन अधिक प्रभावी होते हैं। N-95 मास्क की कीमत 300 से 350 रुपये के बीच होती है और यह 5 दिन तक इस्तेमाल किया जा सकता है। दुकानदार ग्राहकों को डिस्काउंट भी दे रहे हैं। कुछ मास्क में चेंज करने योग्य फिल्टर भी उपलब्ध हैं, जिससे लागत और कम हो जाती है।
डॉक्टर और विशेषज्ञों की सलाह
डॉक्टरों के अनुसार, श्वसन या गंभीर बीमारियों से ग्रस्त मरीजों को मास्क का उपयोग करना अनिवार्य है। मास्क जहरीले कणों को फेफड़ों तक पहुंचने से रोकता है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं। ऑल इंडिया केमिस्ट एंड डिस्ट्रीब्यूटर फेडरेशन के अध्यक्ष कैलाश गुप्ता ने बताया कि प्रदूषण बढ़ते ही मास्क के साथ अस्थमा, निमोनिया, और खांसी-जुकाम की दवाओं की बिक्री में भी इजाफा होता है।
घरेलू विकल्प भी कारगर
जो लोग मास्क नहीं खरीद सकते, वे सूती कपड़े का उपयोग कर सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, घर पर बने मास्क भी 1 माइक्रॉन तक के कणों को 69% तक रोक सकते हैं। कोरोना काल में भी कपड़े के मास्क का इस्तेमाल खूब हुआ था। हालांकि, ये N-95 मास्क जितने प्रभावी नहीं होते।
N-95 मास्क क्यों है सबसे बेहतर?
N-95 मास्क विशेष रूप से 0.3 माइक्रॉन तक के कणों को 95% तक रोकने में सक्षम हैं। यह कई लेयर के जरिए हवा को फिल्टर करता है और बैक्टीरिया व वायरस से बचाव करता है। इसलिए, प्रदूषण के इन खतरनाक दिनों में मास्क का उपयोग न केवल जरूरी है बल्कि स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए अनिवार्य है।
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