Trump New T1 Phone : अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा हाल ही में पेश किया गया T1 फोन आजकल खूब सुर्खियां बटोर रहा है। यह स्मार्टफोन अभी तक बाजार में नहीं आया है, लेकिन इसके 'पूरी तरह अमेरिका में बने' होने के दावे ने एक नई बहस छेड़ दी है।
ट्रंप की कंपनी का कहना है कि यह गोल्डन रंग का फोन दमदार परफॉर्मेंस देगा और इसे खास तौर पर अलाबामा, कैलिफोर्निया और फ्लोरिडा जैसे अमेरिकी राज्यों में बनाया गया है। लेकिन, अब एक नई रिपोर्ट ने इन दावों पर सवालिया निशान लगा दिया है।
Trump New T1 Phone : "मेड इन अमेरिका" दावे पर गहराया संदेह
फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, T1 फोन के "मेड इन अमेरिका" होने के दावे में कुछ झोल हो सकता है। रिपोर्ट बताती है कि इस फोन के कई कंपोनेंट्स और पुर्जे दूसरे देशों से मंगवाए गए हैं। इसका सीधा मतलब यह है कि इसे पूरी तरह से "मेड इन यूएसए" का दर्जा देना शायद सही नहीं होगा। ट्रंप की कंपनी ने यह तो कह दिया कि फोन अमेरिका में बन रहा है, लेकिन उन्होंने उन कंपनियों या फैक्ट्रियों का कोई ब्यौरा नहीं दिया जो इसे तैयार कर रही हैं।
यह भी साफ नहीं है कि फोन के महत्वपूर्ण हिस्से जैसे स्क्रीन, प्रोसेसर या कैमरा भी अमेरिका में ही बन रहे हैं या इन्हें आयात किया जा रहा है। अमेरिका के फेडरल ट्रेड कमीशन (FTC) के सख्त नियमों के अनुसार, किसी भी उत्पाद को "मेड इन यूएसए" का टैग तभी मिल सकता है जब उसके लगभग सभी कंपोनेंट्स और असेंबली अमेरिका में ही हुई हो। मुझे लगता है, यह बात थोड़ी सोचने वाली है।
Trump New T1 Phone : क्या T1 फोन किसी चीनी ब्रांड का रीब्रांडेड रूप है?
Trump New T1 Phone : स्पेसिफिकेशंस को देखें तो वे चीन की कुछ कंपनियों, जैसे वीवो (Vivo) के बजट स्मार्टफोन से काफी मेल खाते हैं। इससे यह सवाल उठने लगा है कि कहीं T1 फोन किसी चीनी ब्रांड का रीब्रांडेड वर्जन तो नहीं है?
टेक विशेषज्ञों का मानना है कि अगर ट्रंप परिवार ने पर्दे के पीछे कोई बड़ी हाई-टेक निर्माण इकाई खड़ी नहीं की है, तो इतने कम वक्त में एक पूरी तरह अमेरिकी निर्मित प्रोडक्ट तैयार करना न सिर्फ चुनौतीपूर्ण, बल्कि लगभग नामुमकिन भी लगता है।
Trump New T1 Phone : लिब्रीम 5 इकलौता फोन जो पूरी तरह अमेरिका में निर्मित
फिलहाल, प्यूरिज्म (Purism) के सीईओ टॉड वीवर के मुताबिक, लिब्रीम 5 (Librem 5) इकलौता स्मार्टफोन है जो पूरी तरह अमेरिका में निर्मित होता है। हालांकि, इसका निर्माण केवल अमेरिका में होने के कारण इसकी हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर गुणवत्ता को अक्सर Apple या Samsung जैसे दिग्गज ब्रांड्स के मुकाबले थोड़ा कमतर आंका जाता है।
अब सवाल यह है कि अगर ट्रंप अपने T1 फोन को "मेड इन अमेरिका" कह रहे हैं, तो उन्हें यह स्पष्ट रूप से साबित करना होगा कि इसके अधिकांश पुर्जे और असेंबली वास्तव में अमेरिकी धरती पर ही हुई है।
Trump New T1 Phone : वरना, यह दावा सिर्फ एक प्रचार अभियान जैसा लगेगा। भले ही T1 फोन फिलहाल चर्चा का केंद्र बना हुआ है, लेकिन इसका "मेड इन यूएसए" टैग अब सवालों के घेरे में आ गया है। जब तक ठोस सबूत पेश नहीं किए जाते, तब तक इस दावे पर यकीन करना थोड़ा मुश्किल है।
यह भी पढ़ेंः- 16 Billion Passwords Leak : कहीं आपका डेटा तो नहीं हो गया चोरी? अभी ऐसे करें पता और खुद को बचाएं!