शेयर बाजार में तेजी के साथ ही रूपये ने भी डॉलर (Dollar) के मुकाबले में जबर्दस्त छलांग लगाई है. डॉलर इंडेक्स करीब जनवरी से लेकर अभी तक 10 फीसदी नीचे आ चुका है. जनवरी के दूसरे सप्ताह में डॉलर अपने पीक पर था, इस समय ऐसा लगा रहा था कि डॉलर अपने सभी पुराने रिकॉर्डों को धराशायी कर देगा, डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद टैरिफ का ऐलान होता चला गया. जिससे डॉलर इंडेक्स नीचे आता चला गया.

Dollar इंडेक्स के गिरने से रूपये में होगा सुधारः

मौजूदा समय की अगर बात की जाए तो डॉलर इंडेक्स 100 से नीचे लेवल पर है. वहीं विदेशी मीडिया रिपोर्टों को अगर मानें तो डॉलर इंडेक्स अपने मौजूदा समय में 3 साल के लोअर लेवल पर है. ऐसा अनुमान भी लगाया जा रहा है कि आने वाले समय में डॉलर इंडेक्स 95 के लेवल पर आ सकता है. डॉलर इंडेक्स 95 से नीचे आने की स्थिति में रूपया 83 या इससे भी नीचे चला जाएगा. डॉलर इंडेक्स के गिरने का फायदा रूपये को होता हुआ दिखाई दे सकता है.

इंडेक्स में आएगी और गिरावटः

अभी डॉलर इंडेक्स में और भी गिरावट देखने को मिल सकती है. जानकारों की मानें तो जिस तरह से ट्रंप चीन पर टैरिफ लगा रहा है, उसी तरह से चीन भी अमेरिका के प्रोडेक्ट्स पर टैरिफ लगा रहा है. जिसका सीधा असर डॉलर पर पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है.

रूपये में हो सकता है सुधारः

Dollar इंडेक्स के गिरने के साथ ही रूपये के सुधरने की गुंजाईश है. डॉलर इंडेक्स के गिरने से रूपये को फायदा होता हुआ दिखाई दे रहा है. शुक्रवार को रूपये में इसी कारण मजबूती देखने को मिली थी. अगर डॉलर (Dollar) इंडेक्स 95 के लेवल पर पहुंचा तो मौजूदा लेवल से रूपये को 3 से 4 रूपये का फायदा होता हुआ दिखाई देगा. इसका साफ मतलब है कि डॉलर (Dollar) के मुकाबले में रूपया 82 से 83 रूपये के बीच में आ सकता है. जोकि रूपये में करीब एक से डेढ़ साल के उच्च स्तर पर होगा.

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