Cyber Hackers का जाल काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है और बीते कुछ सालों में काफी तेजी से साइबर क्राइम की घटनाएं बढ़ी हैं। अब साइबर हैकिंग से क्रिप्टोरकरेंसी भी अछूती नहीं रही और पिछले दिनों दिग्गज भारतीय कंपनी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज CoinDCX को करीब 4.4 करोड़ डॉलर का भारी भरकम नुकसान हुआ है। हालांकि, कंपनी ने साफ किया है कि Crypto Hacking से यूजर्स की संपत्ति को किसी भी तरह का नुकसान नहीं हुआ है और नुकसान की भरपाई कंपनी खुद करने वाली है।

फाउंडर्स ने दी अहम जानकारी

Crypto Hacking के बाद क्वाइनडीसीएक्स के सहसंस्थापक नीरज खंडेलवाल और सीईओ सुमित गुप्ता ने कहा कि उनकी कंपनी पर साइबर अटैक हुआ था। दोनों ने अलग-अलग पोस्ट के जरिए इस बात को पूरी तरह साफ किया है कि इस अटैक में यूजर्स की संपत्ति को कोई नुकसान नहीं हुआ है।

बता दें कि साइबर अटैक के बाद का Web3 ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म बंद हो गया था। हालांकि, उस दौरान भी भारतीय रूपए में निकासी चालू थी। बाद में आज सुबह सुमित गुप्ता ने बड़ा अहम बयान दिया कि कंपनी की सभी सेवाएं फिर से चालू हो गई हैं। गुप्ता ने कहा कि यूजर्स किसी भी घबराहट में आकर अपनी संपत्तियां न बेचें क्योंकि जल्दबाजी में लिए गए फैसले नुकसानदायक होते हैं।

तेजी से बढ़ रहीं घटनाएं

पिछले एक साल में Crypto Hacking की घटनाओं में काफी तेजी से उछाल आया है। चेनएलाइसिस की मानें तो साल 2024 में अब तक कई प्लेटफॉर्म साइबर अटैक की मार झेल चुके हैं और इससे उन्हें काफी नुकसान भी हुआ है।

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इन पर भी हुआ था Crypto Hacking Attack

इस साल फरवरी 2025 में भी बाइबिट को एक ऑफलाइन वॉलेट के जरिए करीब 1.5 बिलियन डॉलर का भारी-भरकम नुकसान हुआ था। इसके अलावा मई महीने में कॉइनबेस ने भी अंदरूनी डेटा उल्लंघन की वजह से करीब 400 मिलियन डॉलर तक के नुकसान का अंदेशा जाहिर किया था।

इससे पहले भारतीय एक्सचेंज वाजिरएक्स ने पिछले साल करीब 230 मिलियन डॉलर के चोरी की जानकारी दी थी। यह चोरी Hackers ने लिमिनल इंटरफेस में तकनीकी खामी का फायदा उठाकर किया था। हैकर ने लेनदेन पेलोड में बदलाव कर वॉलेट का नियंत्रण हासिल कर लिया था।

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