Carraro India IPO: ऑटो पार्ट्स बनाने वाली कंपनी कैरेरो इंडिया लिमिटेड का आईपीओ आ चुका है, जहां कंपनी इस वक्त मार्केट में 1250 करोड रुपए जुटाने के इरादे से आ रही है. यह पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल होगा जहां कंपनी इसके तहत 1.78 करोड़ शेयर की बिक्री करेगी. यह जो कंपनी है, वह ट्रैक्टर के कॉम्पोनेंट्स बनाती है.
सबसे खास बात यह है कि ईशु के खुलने से पहले कंपनी के शेयर (Carraro India IPO) आज ग्रे मार्केट में सपाट ट्रेंड कर रहे हैं. यानी कि ना प्रीमियम पर और ना ही डिस्काउंट पर. एक्सपर्ट के अनुसार बताया जा रहा है कि इसकी फाइनेंशियल परफॉर्मेंस मजबूत है और इसकी मार्केट पोजीशन भी बेहतर है. कंपनी का ग्रोथ रेट और इनोवेशन क्षमता इसे भविष्य में सफलता की ओर ले जा सकती है.
Carraro India IPO: आईपीओ से जुड़ी जरूरी जानकारी
आईपीओ की ओपनिंग 20 दिसंबर को होगी. वहीं इसकी क्लोजिंग 24 दिसंबर, शेयर एलॉटमेंट 26 दिसंबर और रिफंड की प्रक्रिया 27 दिसंबर को होगी. इसके अलावा 27 दिसंबर को डिमैट अकाउंट में शेयर क्रेडिट होंगे और 30 दिसंबर को शेयर की मार्केट में लिस्टिंग होगी. आपको बता दे कि इसका प्राइस बैंड 668 से 704 रुपए तक तय किया गया है.
यहां पर रिटेल निवेशक मिनिमम 21 शेयर (Carraro India IPO) के लिए बिडिंग कर सकते हैं. वही अधिकतम 294 शेयर के लिए रिटेल निवेशक आवेदन कर सकते हैं. कंपनी ने ईशु का 50% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व रखा है. इसके अलावा 35% हिस्सा रिटेल इन्वेस्टर और बाकी का 15% हिस्सा नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व है.
मार्केट से मिल रही मिलीजुली प्रतिक्रिया
कैरेरो इंडिया कंपनी (Carraro India IPO) की स्थापना 1997 में हुई थी. इसने 1999 में ट्रांसमिशन सिस्टम और 2000 में एक्सेल के साथ अपनी मैन्युफैक्चरिंग यात्रा की शुरुआत की. कंपनी पुणे में दो मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का संचालन करती है. आपको बता दे कि स्टॉक्स बॉक्स के रिसर्च एनालिस्ट अभिषेक पांडे ने इस आईपीओ को अवॉइड रेटिंग दी है.
उनका मानना है कि आईपीओ का वैल्यूएशन प्राइस टू अर्निंग्स रेश्यू के आधार पर ऊपरी प्राइस बैंड पर 64x है जो इसके कंपीटीटर्स के मुकाबले महंगा है जिस कारण उन्होंने इस इशु में निवेश न करने की सलाह दी है.