सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल होने के चलते सरकारी दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड यानी BSNL के भी अच्छे दिन आ गए हैं। BSNL ने पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में लगभग 280 करोड़ रूपए का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है। खास बात यह है कि 18 सालों बाद पहली बार ऐसा हुआ है, जब BSNL ने लगातार दो तिमाहियों में मुनाफा दर्ज किया गया है।
ऐसा रहा पिछले वित्तीय वर्ष का हाल
रिपोर्ट्स की मानें तो सरकारी दूरसंचार कंपनी BSNL को पिछले वित्तीय वर्ष में करीब 2,247 करोड़ रूपए का नुकसान हुआ है। यह पिछले वित्त वर्ष में कंपनी के हुए 5,370 करोड़ रूपए के नुकसान से करीब 58 प्रतिशत कम है। BSNL ने पिछले वित्तीय वर्ष में सबसे अधिक कैपिटल एक्सपेंडिचर करने में भी सफलता हासिल की है। इसके अलावा कंपनी के इबिट्डा मार्जिन में भी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है।
BSNL 4जी सर्विस से हुआ फायदा
ऑपरेटिंग रेवेन्यू पर नजर डालें तो पिछले वित्तीय वर्ष में यह 7.8 प्रतिशत बढ़कर लगभग 20,841 करोड़ रूपए का रहा है। इससे पहले वित्तीय वर्ष में यह करीब 19,330 करोड़ रूपए रहा था। इंटरकनेक्ट यूसेज चार्ज सहित मोबिलिटी सर्विसेज से आए रेवेन्यू पर नजर डालें तो यह करीब 6 प्रतिशत बढ़कर 7,499 करोड़ रूपए पहुंच गया है। कहा जा रहा है कि कंपनी को 4जी सर्विस से मोबाइल सेगमेंट में रेवेन्यू बढ़ाने में भरपूर मदद मिल रही है।
इस वजह से हुआ मुनाफा
18 साल बाद लगातार दो तिमाहियों में मुनाफे दर्ज करने को लेकर सरकारी दूरसंचार कंपनी BSNL ने बताया कि कॉस्ट पर अनुशासित तरीके से नियंत्रण और ऑपरेशनल एफिशिएंसी सबसे बड़ा कारण रहा है। फाइबर-टु-द-होम सेगमेंट से भी रेवेन्यू में करीब 10% की बढ़ोत्तरी हुई है, इससे यह 2,923 करोड़ रूपए हो गया है।
अगर Leased Line और Enterprise Service के रेवेन्यू को देखें तो यह करीब 3.5% बढ़ा है और यह 4,096 करोड़ रूपए हो गया है। बता दें कि पिछले दिनों Telecom Minister ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि 93,450 टावर्स को Istall किया है।
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